यहां तो भगवान भरोसे है बैंक की सुरक्षा
-दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में सामने आई हकीकत
-महज सीसीटीवी कैमरे पर टिकी है एसबीआई मेन ब्रांच की सुरक्षा व्यवस्था allajhabad@inext.co.in ALLAHABAD: कानपुर में अपराधियों ने यूनियन बैंक का लॉकर काटकर बड़ी लूट को अंजाम दिया। इस घटना के संदर्भ में दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने सिटी में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पुलिस लाइंस के सामने स्थित ब्रांच में सुरक्षा का जायजा लिया। लंच का टाइम था और अधिकारी व कर्मचारी लंच करने गए हुए थे। बैंक परिसर में ढेरों कस्टमर्स थे, इसके बावजूद सिक्योरिटी काफी लचर नजर आई। एसबीआई मेन गेट, 2:32 बजेमेन गेट पर अमूमन कभी गार्ड नहीं होता। यहां से कोई भी घटना को अंजाम देकर फरार हो सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं, बाहर ठेले-खोमचे भी लगे रहते हैं। इससे घटना के वक्त सख्त एक्शन लेना भी मुश्किल हो सकता है। कुछ दिन पहले एसबीआई मेन गेट पर लूट होने पर गार्ड तैनाती की मांग की गई थी। लेकिन बैंक प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
एटीएम कॉर्नर, 2:40 बजेबैंक के मेन गेट के अंदर ही एटीएम कॉर्नर पर भी एक भी गार्ड मौजूद नहीं था। इस दौरान एटीएम में कुछ लोग अंदर थे। इस सेंटर पर एटीएम से पैसे निकालने के साथ जमा भी किए जा सकते हैं।
लॉकर रूम, टाइमिंग 2:45 बजे बैंक के भीतर लॉकर रूम के आसपास एक भी गार्ड नजर नहीं आया। जबकि, कानपुर की घटना के बाद निश्चित ही बैंक प्रशासन को जागरुक हो जाना चाहिए था। बातचीत में कर्मचारियों ने दावा किया कि लॉकर की सुरक्षा फुलप्रूफ है। चेस्ट रूम, 2:55 नियमत: तो बैंक के चेस्ट रूम के अंदर जाना बाहरी आदमी को जाना अलाउड नहीं है। लेकिन दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने रिपोर्टर चेस्ट रूम में पहुंच गया। वहां पर फोटो भी खींची, लेकिन किसी ने टोका तक नहीं। इससे खुद अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां सिक्योरिटी कितनी टाइट है। यहां पर अंदर सिर्फ एक गार्ड था। यह कहते हैं बैंक सुरक्षा के नियम -बैंक भवन की दीवार की मोटाई कम से कम 14 इंच होनी चाहिए। -बैंक को अपने स्तर से पर्सनल गार्ड रखने चाहिए। -बैंक के भीतर 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे चलते रहते चाहिए। कुछ हिडेन प्लेसेज पर भी कैमरे जरूर होने चाहिए। -ऐसी व्यवस्था हो कि लॉकरों को टच करते ही सायरन बजने लगे। -जिन बैंकों में लॉकर्स हैं, वहां 24 घंटे गार्ड की तैनाती होनी चाहिए। वर्जन डोंट वरी, सीसीटीवी है नाइस पर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने कुछ कर्मचारियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बातचीत की। उनका कहना था कि बैंक के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। इसलिए चिंता की बात नहीं है। कोई भी व्यक्ति अनर्गल हरकत करके भाग नहीं सकता। उसे कैमरे के चलते तत्काल ट्रेस कर लिया जाएगा।
वर्जन हमारे बैंक में पर्याप्त संख्या में गार्ड तैनात हैं। आपको हर जगह वह मिल जाएंगे। चारों ओर सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है। बैंक प्रशासन अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग है। -आरयू त्रिपाठी, डिप्टी चीफ मैनेजर, एसबीआई अगर कोई लॉकर खोलने आता है तो पहले उसके सिग्नेचर का मिलान किया जाता है। उसके बाद लॉकर की एक चाबी हमारे पास होती है। हम दोनों के जरिए ही लॉकर खुलता है। लॉकर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। -गुलाब भारतीया, लॉकर इंचार्ज, एसबीआई मेन ब्रांच