टूटी सरहदें, हुआ अपनों का दीदार
सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर करने के साथ वीडियो कॉलिंग से हुआ अपनों का दीदार
खाड़ी देशों और पाकिस्तान के रिश्तेदारों से ईद की तैयारियों पर की जमकर चर्चा dhruva.shankar@inext.co.in ALLAHABAD: सरहदें प्यार को नहीं बांध सकती। पाकिस्तान और हिंदुस्तान में बसे लोगों का दिल आज भी सरहद पार रिश्तेदारों के लिए धड़कता है। ईद पर पड़ोसी मुल्क के कराची और लाहौर में रहने वालों ने इलाहाबाद के रिश्तेदारों को ईद की मुबारकबाद दी। इस बार खास ये रहा कि वीडियो कालिंग उन्हें अपनों के दीदार भी करा दिए। इसके अलावा उन्होंने वाट्सएप, ट्वीटर, फेसबुक के माध्यम से तस्वीरें भी साझा की। क्या खरीदा? क्या बनाया?दायराशाह अजमल के जुल्फकार हसन की बुआ के लड़के मोहम्मद अली व मोहम्मद फारुख लाहौर में रहते हैं। उन्होंने ईद के चांद का दीदार होने की जानकारी लेने के लिए सोमवार को सुबह आठ फोन किये। वीडियो कालिंग के जरिए दोनों भाईयों ने परिवार के एक-एक सदस्य ईद की मुबारकवाद दी और तैयारियों को लेकर चर्चा भी की। बच्चों के लिए क्या खरीदा, क्या बना रहे हैं जैसे सवाल भी पूछे गए।
कैसे करोगे मेहमाननवाजीशब्बीर अब्बास जाफरी को कराची में रहने वाले चाचा सफदर अब्बास जाफरी ने वीडियो कालिंग कर मेहमाननवाजी की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने अपने बच्चों की तस्वीरें वाट्सएप के जरिए पारिवारिक ग्रुप पर साझा की।
कीमामी सेवई बनी या शीर कोरमा पाकिस्तान में जाकर बस गए सैयद मोहम्मद अस्करी के रिश्तेदारों ने वीडियो कालिंग कर पूछा कि भाईजान रसोई में कीमामी सेवई बनी है या शीरी कोरमा। यह सवाल आते ही सबकी हंसी छूट गई। इसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने बारी-बारी से एक-दूसरे का हाल जाना। खाड़ी देशों तक पहुंची मिठास मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में रहने वाले मुस्लिमों ने खाड़ी देशों के रिश्तेदारों को मेवा व खोया से बनी कीमामी सेवई की फोटो शेयर की। रोशनबाग के अली सज्जाद ने दोहा में रहने वाली बहन शाएमा से वीडियो कालिंग कर ईद की मुबारकबाद दी। बहन से वहां के जश्न की तस्वीरें मांगी। हसन के बहनोई जिया अब्बास ईरान के कुम्म शहर में रहते हैं। बहनोई ने सुबह फोन कर पूछा कि बच्चों के लिए कैसी ड्रेस खरीदी है उसकी तस्वीर भेजो। कोई भी सरहद इंसानों के प्यार को नहीं बांट सकती। पहली बार वीडियो कालिंग के जरिए कराची में रहने वाले रिश्तेदारों से बात की। सैयद मोहम्मद अस्करीसोशल मीडिया ने सरहदों की दूरी को कम किया है। परिवार के हर सदस्य ने एक-एक कर चाचा और उनके परिजनों से खुशियों को साझा किया है।
शबीर अब्बास रिजवी
वीडियो चैटिंग ने संबंधों को ताजा कर दिया है। इलाहाबाद में बैठकर लाहौर में रहने वाले परिजनों को ईद की खुशियां मनाते देखकर बहुत अच्छा लगा। सैयद फजल फारुखी बुआ के लड़कों ने चांद दिखाई देने की सूचना देकर बीती रात में ईद की मुबारकबाद दी थी। सुबह हम लोगों ने खुशियां मनाने की क्या-क्या तैयारी की है उसकी तस्वीर साझा की। शामिन अब्बास