Allahabad: नए नियम के मुताबिक बिना ओरिजिनल मार्कशीट के इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं लिया जा सकेगा. इस नियम ने उन स्टूडेंट्स की चिंता बढ़ा दी है जिनका अभी तक रिजल्ट ही नहीं डिक्लेयर हो सका है. दरअसल यूपी बोर्ड के ऐसे तीन हजार स्टूडेंट्स हैं जिनका रिजल्ट अभी भी पेंडिंग है. ऐसे में एयू में एडमिशन लेने का इनका सपना टूटना तय है.


डाटा ही नहीं पहुंचा बोर्ड के पास

एडमिट कार्ड जारी करते समय बोर्ड ने कई स्टूडेंट्स को एग्जाम में बैठने की परमिशन देने से इंकार कर दिया था। ऑफिसर्स का कहना था कि इनका डाटा ही बोर्ड के पास नहीं है। ऐसे में इन्हें एडमिट कार्ड इश्यू नहीं किया जा सकता। रीजन में ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या सैकड़ों में थी। बाद में इन स्टूडेंट्स के फॉर्म भराने वाले स्कूल्स कोर्ट पहुंच गए। गुहार लगाई कि भविष्य को देखते हुए स्टूडेंट्स को फिलहाल एग्जाम में बैठने की परमिशन दे दी जाए। बाद में कोर्ट ने यूपी बोर्ड को निर्देशित किया था कि इन स्टूडेंट्स को एग्जाम में बैठने दिया जाए. 

इसलिए नहीं आया रिजल्ट

अपर सचिव प्रदीप कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद ही ऐसे स्टूडेंट्स को एग्जाम में बैठने की परमिशन दी गई थी। ऐसा ही मामला आदर्श शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज का था। यहां के भी करीब 31 स्टूडेंट्स को एग्जाम में बैठने की परमिशन दी गई थी। ऑफिसर्स की मानें तो ऐसे स्टूडेंट्स के रिकॉड्र्स की जांच जारी है। यही रीजन है कि अब तक ऐसे स्टूडेंट्स के रिजल्ट डिक्लेयर नहीं किए जा सके।

हम तो बेकार ही फंस गए

खास बात ये है कि इस फेर में कई और स्टूडेंट्स भी फंस गए। दरअसल कोर्ट के आदेश पर एग्जाम में शामिल किए गए स्टूडेंट्स के रिजल्ट रोके गए हैं। रोल नंबर सीरियल में होने के चलते इन स्कूलों के दूसरे स्टूडेंट्स के रिजल्ट भी नहीं डिक्लेयर हो सके हैं। ऐसे में इस फेर में करीब हजारों स्टूडेंट्स का फ्यूचर अटका हुआ है। बोर्ड ऑफिसर्स का कहना है कि बकायदा सत्यापन के बाद ही ऐसे स्कूल्स के स्टूडेंट्स का रिजल्ट डिक्लेयर किया जाएगा। इसके लिए स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वैसे जिन स्टूडेंट्स का डाटा स्कूल सौंप देंगे, उनका रिजल्ट जल्द ही डिक्लेयर कर दिया जाएगा।

मुसीबत कम नहीं

उधर मार्कशीट में करेक्शन की शिकायत लेकर घूमने वाले स्टूडेंट्स की मुसीबत भी कम नहीं। डेली ही सैकड़ों ऐसे स्टूडेंट्स बोर्ड ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। रीजनल बोर्ड ऑफिस में हजारों की संख्या में स्क्रूटनी और करेक्शन के लिए आवेदन पहुंचे हैं। करेक्शन का काम चल रहा है। इसके अलावा अभी तक स्क्रूटनी के फार्म सबमिट हो रहे हैं। ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या पांच हजार के आसपास है.

Report by, Anurag Shukla

Posted By: Inextlive