सदन में उठायी गयी डेथ सर्टिफिकेट बनवाने का मुद्दा
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की खबर को संज्ञान में लेते हुए सदन में समस्या पर हुई चर्चा
कोरोना काल में हुई मौत के बाद परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट बनवाने में हो रही समस्या का मुद्दा पांच जून की अंक में प्रमुखता से उठाने के बाद बुधवार को नगर निगम की सदन की बैठक में भी प्रमुख रूप से पार्षदों की ओर से उठाया गया। इस पर सदन की अध्यक्षता कर रही महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने भी गंभीरता से लिया व वहां उपस्थित जिम्मेदार अधिकारियों से इस संबंध में जवाब मांगा। कमियां दूर करने का निर्देशवरिष्ठ पार्षद रतन दीक्षित, आनंद घिल्डियाल, अशोक सिंह, कमलेश सिंह सहित कई पार्षदों ने कोरोना काल में मृत हुए लोगों का परिजनों द्वारा डेथ सर्टिफिकेट बनवाने हो रही समस्या का सदन में प्रमुख से उठाया गया। पार्षदों ने कहा कि डेथ सर्टिफिकेट बनवाने को लेकर लोग इधर-उधर भटक रहे हैं। सदन की अध्यक्षता कर ही महापौर ने सदन में उपस्थित जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगते हुए कमियों को जल्द से जल्द दूर करने का भी निर्देश दिया। गौरतलब है कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पांच जून को 'घनचक्कर बनी पब्लिक' शीर्षक से खबर पब्लिक की थी।
वसूली करने वालों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआररसूलाबाद घाट पर कुछ लोगों के द्वारा डेथ सर्टिफिकेट बनवाने के लिए दो सौ रुपये की वसूली की शिकायत सदन में भी उठी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सदन की अध्यक्षता कर रही महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने ऐसे लोगों को एक सप्ताह के अंदर चिंहित करते हुए एफआईआर दर्ज करने का प्रस्ताव पारित किया। साथ ही नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि वसूली करने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाय। महापौर ने कहा कि घाटों पर समस्त व्यवस्था नगर निगम करता है तो किसके द्वारा वहां वसूली की जा रही है इसकी जांच करायी जाना
चाहिए।