पब्लिक, पुलिस में फंसी थोक मंडी
मंडी खुलते ही भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने बंद करायी मुट्ठीगंज की थोक मंडी
कार्रवाई से नाराज व्यापारी, आगे मंडी न खोलने पर अड़े prayagraj@inext.co.in सिटी की फुटकर किराना व जनरल मर्चेट की दुकानों पर आटा, दाल, चावल, घी, तेल, रिफाइंड, चीनी, मसाला व अन्य जरूरी सामानों की सप्लाई होती रहे। इसके लिए डीएम ने थोक व्यापारियों, डिस्ट्रीब्यूटर्स को अपनी गद्दी और गोदाम खोलने का आदेश दिया है। माल की सप्लाई हो सके इसके लिए पास भी जारी किया गया है। शनिवार को थोक मंडी खुलने पर जब भीड़ बढ़ी तो कुछ घंटे में ही पुलिस ने डांट फटकार कर दुकानें बंद करा दी। पुलिस के इस रवैये से नाराज थोक दुकानदार मंडी खोलने को तैयार ही नहीं हैं। तैयार नहीं हुए व्यापारीमुट्ठीगंज के थोक मंडी के व्यापारियों की नाराजगी के साथ ही उनके गोदाम और गद्दी न खुलने की जानकारी होने पर मंडी सचिव के साथ ही एसीएम की टीम मुट्ठीगंज पहुंची। अधिकारियों ने व्यापारियों से बातचीत की। उन्हें गोदाम, गद्दी और दुकान खोलने के लिए कहा, लेकिन व्यापारी तैयार नहीं हुए।
22 मार्च से बंद है थोक मंडी 22 मार्च से ही मुट्ठीगंज का थोक मंडी बंद होने से फुटकर दुकानदारों का स्टॉक खत्म हो चुका है।शनिवार की सुबह थोक मंडी खुली तो दुकानदारों की भीड़ जुट गई।
भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का फार्मूला ध्वस्त होता देख पुलिस ने सख्ती दिखाई और मंडी को बंद करा दिया। आवश्यक सामानों से लदी गाडि़यों को अब सिटी में आने दिया जा रहा है। शनिवार को दिन में भीड़ होने पर दुकानें बंद करा दी गई। व्यापारियों से अभद्रता की गई, इसलिए व्यापारी नाराज हैं। भीड़ न जुटे इसका रास्ता निकालना चाहिए न कि दुकानों को बंद करा देना चाहिये। सतीश चंद्र केसरवानी अध्यक्ष, गल्ला एवं तिलहन संघ प्रयागराज