- शहर की एयर क्वालिटी का स्तर आया नीचे- दो दिन से हवा का नही चलना बना बड़ा कारण- रविवार को एग्जाम के चलते अधिक रही वाहनों की आवाजाहीदिवाली के बाद एक बार फिर शहर की हवा जहरीली हो गई है. रविवार को हवा का स्तर काफी नीचे हो गया. जिसको लेकर पाल्यूशन विभाग हरकत में आ गया है. अधिकारियों का कहना है कि पाल्यूशन पर लगाम लगाने के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं बावजूद इसके एयर क्वालिटी में अधिक सुधार नही हो रहा है. हालांकि इस बार हवा की क्वालिटी खराब होने का कारण हवा का नही चलना बताया जा रहा है.


प्रयागराज (ब्यूरो)। दिवाली के बाद से सबकुछ ठीक चल रहा था कि अचानक पिछले दो दिन से शहर की हवा फिर से जहरीली होने लगी। पाल्यूशन विभाग के आंकड़े कहते हैं कि इस हवा में सांस लेना मुश्किल हो सकता है। शनिवार और रविवार को एयर क्वालिटी का स्तर खतरनाक माना गया। विभाग की ओर से शहर में तीन एरिया में पाल्यूशन स्तर मापने की मशीने लगाई गई हैं और इनकी रिपोर्ट सोचनीय बताई जा रही है।तर्क है कि नहीं चल रही हवा


पाल्यूशन विभाग भी मान रहा है कि हवा का स्तर खराब हुआ है। गुणवत्ता में भी गिरावट आई है। विभागीय वैज्ञानिकों का कहना है कि दो दिन से हवा का चलना बिल्कुल बंद हो गया है और इसकी वजह से पाल्यूटेंट पर्यावरण में ठहर गए हैं। जिससे उनकी डेंसिटी बढऩे से पाल्यूशन लेवल लगातार बढ़ रहा है। एक बार हवा चल जाने के बाद अपने आप यह लेवल कम हो जाएगा।कब कितना रहा पाल्यूशन लेवलशनिवारएरिया एयर क्वालिटीझूंसी 356एमएनएनआईटी 240

नगर निगम 268रविवारदोपहर दो बजेझूंसी 359एमएनएनआईटी 314नगर निगम 283शाम चार बजेझूंसी 350एमएनएनआईटी 308नगर निगम 276नोट- एयर क्वालिटी का स्तर 200 से 300 के बीच होने पर इसे पुवर यानी खराब कहा जाता है। 300 से 400 के बीच होने पर इसे वेरी पुवर यानी बहुत खराब माना जाता है।बढ़ गई वाहनों की आवाजाहीरविवार को एयर क्वालिटी शनिवार की अपेक्षा अधिक खराब रही। इसका कारण टीईटी की परीक्षा रही। शहर के तमाम जगहों पर वाहनों की आवाजाही अधिक रही। लाखों छात्र बाहर से आए थे। उनके ट्रांसपोर्टेशन के लिए चलने वाली गाडिय़ों से निकला धुआं शहर की आबोहवा को खराब करता रहा। एयर क्वालिटी डाउन होने का यह भी एक बड़ा कारण माना गया।सेहत के लिए खराब है हवा

डॉक्टस र्का कहना है कि यह हवा सेहत के लिए सही नही है। इसमें धुआं और धूल के कणों के अलावा जहरीली गैसें मानक से अधिक घुली हुई हैं। इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी होगी। खासकर जो लोग सांस के मरीज हैं उनको अधिक दिक्कत होगी। यह हवा फेफड़ों में जाकर संक्रमण फैलाने का काम करेगी। सांस की नली को संकरा बना सकती है। इससे सांस लेने में दिक्कत और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।नगर निगम की ओर से लगातार पाल्यूशन से बचाव के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है। दिवाली के बाद से पाल्यूशन लेवल कम हो रहा था। लेकिन दो दिन से हवा एकदम बंद हो गई है जिससे पाल्यूशन लेवल बढ़ा है। इसके साथ ही रविवार को परीक्षा की वजह से वाहनो की आवाजाही अधिक होने से भी एयर क्वालिटी का स्तर गिरा है।आरके सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड प्रयागराज

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