नेट में गिरा सफलता का ग्राफ
ये है रिजल्ट की स्थिति बता दें कि देशभर से नेट का एग्जाम देने वालों की संख्या 7,38,955 थी। दिल्ली और रांची में विशेष परस्थितियों के चलते यह परीक्षा फिर से कराई गई थी। इसमें से 5,74,448 ने 79 एग्जामिनेशन सेंटर्स पर परीक्षा दी थी। जिसमें से 3684 जेआरएफ और 23,718 नेट क्वालीफाइड हुए हैं। जबकि इससे पहले 30 दिसम्बर 2012 को हुए नेट के रिजल्ट में 3669 जेआरएफ और 40,332 नेट क्वालीफाई किए थे। उधर, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी सेंटर से इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की संख्या 25,811 थी। 20442 कैंडीडेट्स परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से करीब 296 जेआरएफ और 512 नेट के लिए क्वालीफाई हुए हैं। जानकारों का कहना है कि ओवरआल रिजल्ट के कम्पैरेजन में इस बार इलाहाबाद से भी सफलता का ग्राफ काफी नीचे गिरा है।
इस बार भी रिजल्ट न्यूनतम पासिंग परसेंटेज की जगह कट ऑफ के आधार पर घोषित किया गया है। मैक्सिमम सब्जेक्ट्स में क्वालीफाइंग माक्र्स परसेंज 60 से अधिक है। इसी के चलते इलाहाबाद के ज्यादातर छात्र सफल नहीं हो सके। इसी को देशभर के परीक्षा परिणाम में आई गिरावट का कारण माना जा रहा है।