उफ, ये जुकाम पीछा नहीं छोड़ता
- लोगों पर भारी पड़ रहा है मौसम का बदलाव
- सर्दी, खांसी, सिरदर्द और जुकाम ने निकाला दम ALLAHABAD: मौसम में बदलाव धीरे-धीरे घातक होता जा रहा है। भारी संख्या में लोग वायरल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। जुकाम, सिरदर्द, खांसी और बदन दर्द के चलते जीना मुहाल हो गया है। सबसे अहम यह कि दवाएं लेने के बावजूद बीमारी को ठीक होने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग रहा है। हॉस्पिटल्स में ऐसे मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है, डॉक्टरों की मानें तो जरा सी सावधानी से इस इंफेक्शन को फैलने से रोका जा सकता है। चेंजेस से स्ट्रांग हो गए वायरसजैसे-जैसे ठंड कम हो रही है और तापमान बढ़ रहा है, उससे इंफेक्शन फैलाने वाले वायरस स्ट्रांग होते जा रहे हैं। अपने अनुकूल मौसम में वह तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। यही कारण है कि इंफेक्टेड पर्सन बड़ी आसानी से दूसरे में बीमारी बांट रहा है। हॉस्पिटल्स में वायरल इंफेक्शन के मरीज भारी संख्या में पहुंच रहे हैं।
ऐसे हो सकता है बचावडॉ। मनीष चौरसिया कहते हैं कि जरा सी सावधानी से इंफेक्शन से बचा जा सकता है। बीमार व्यक्ति को खांसते या छींकते समय मुंह पर रुमाल रखना चाहिए। अपनी इस्तेमाल की हुई चीजें दूसरों को न दें तो बेहतर। शुरुआती लक्षणों में ही इलाज मिल जाए तो जुकाम को बढ़ने से रोका जा सकता है। फिजीशियन डॉ। ओपी त्रिपाठी कहते हैं कि इलाज में लापरवाही के चलते इंफेक्शन एक से डेढ़ सप्ताह तक परेशान कर सकता है।
मौसम से धोखा खाना घातक इसलिए बेहतरी इसी में है कि इस मौसम के झांसे में आने से बचें। तापमान अधिक होने पर भी शरीर को खुला न छोड़ें, क्योंकि ठंडी हवा के झोंके आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि रात में गर्म कपड़े जरूर पहनें। देर रात घर से निकले में परहेज करें। मौसम में बदलाव में होशियार बरतना ही स्वास्थ्य को सिक्योर कर सकता है।