अब आधार नंबर बना साइबर ठगी का 'आधार'
-एटीएम ब्लॉक होने की काल करने के साथ-साथ भेज रहे मेसेज
-सुभाषनगर में स्कूल संचालिका के अकाउंट से निकाले 14,500 रुपए >BAREILLY: साइबर ठगों ने अब आधार नंबर को ठगी का आधार बनाना शुरू कर दिया है। आधार कार्ड अपडेट के बहाने ठग पहले आधार कार्ड नंबर पूछते हैं और फिर एटीएम ब्लॉक होने का डर बताकर एटीएम नंबर पूछ लेते हैं। ठग अकाउंट से ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर कर लेते हैं या फिर ऑनलाइन शॉपिंग कर लेते हैं। ऐसा ही मामला सुभाषनगर में सामने आया है। यहां एक प्राइवेट स्कूल की संचालिका को आधार नंबर अपडेट करने के बहाने अकाउंट से 14,500 रुपए की ठगी कर ली। स्कूल संचालिका ने सुभाषनगर एसएचओ से मामले की शिकायत की है। एसएचओ ने मामला साइबर सेल में भेज दिया है। बैंक मैनेजर बनकर िकया फोनअरुणा गुप्ता, मढ़ीनाथ में रहती हैं। उनके दो प्राइवेट स्कूल हैं। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही मढ़ीनाथ स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्रांच में अकाउंट ओपन कराया था। उन्होंने अकाउंट में करीब 15 हजार रुपए जमा किए थे। थर्सडे दोपहर को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि वह बैंक ऑफ बड़ौदा से बोल रहा हूं। उनके बैंक अकाउंट में आधार नंबर अपडेट करना है। कुछ दिन पहले ही अकाउंट ओपन कराने से उन्हें लगा कि हो सकता है कि बैंक से ही फोन आया हो तो उन्होंने अपना आधार नंबर बता दिया। फोन करने वाले ने कहा था कि एटीएम भी ब्लॉक होने वाला है, इसलिए वह अपना एटीएम नंबर बता दें। उन्होंने एटीएम नंबर बता दिया जिसके बाद उनके अकाउंट से पैसे कटने शुरू हो गए। अकाउंट से 14,500 रुपए निकाल लिए गए। उन्होंने बैंक से पासबुक अपडेट करायी तो पेटीएम के जरिए रकम निकाली गई थी। अरुणा ने बताया कि वह फ्राइडे को अकाउंट में 30 हजार रुपए भी जमा करने वाली थीं।
एटीएम ब्लॉक का भेज रहे मेसेज अभी तक एटीएम ब्लॉक होने की कॉल आती थीं लेकिन अब साइबर ठग इससे आगे निकल चुके हैं। अब फोन करने के साथ-साथ मोबाइल पर सीधे एटीएम ब्लॉक का मैसेज भी भेज रहे हैं। इस मैसेज को एक बैंक के नाम से भेजा जाता है ताकि बैंक अकाउंट होल्डर को भरोसा हो जाए। उसके बाद एटीएम चालू कराने के लिए एक नंबर पर कॉल करने के बारे में लिखा हाेता है। बैंक कर रहीं अलर्टवहीं बैंक भी लगातार बढ़ते साइबर ठगी के मामलों को देखते हुए अकाउंट होल्डर्स को ईमेल व मेसेज के जरिए अलर्ट भेज रहे हैं। जिसके तहत बताया जा रहा है कि बैंक कभी किसी को कोई फोन नहीं करती है और न ही इस तरह के मैसेज करती है। इसके अलावा बैंक से जुड़ी इनफॉरमेशन शेयर करने से भी मना करती है।
फॉर योर इंफॉर्मेशन -अकाउंट से जुड़ी सेंसटिव इनफॉरमेशन किसी को न शेयर करें, -ओटीपी, यूजर आईडी, पासवर्ड, यूआरएन, और डेबिट कार्ड ग्रिड वैल्यू के बारे में किसी को न बताएं -अन सिक्योर या नॉन एचटीटीपीएस वेबसाइटस के जरिए ट्रांजिक्शन न करें, -बैंकिंग ट्रांजिक्शन को रेग्युलरली चेक करते रहना चाहिए