- मंत्री के आने पर ही नहीं हमेशा चमकना चाहिए रोड

BAREILLY:

रोड पर जगह-जगह गड्ढों व अतिक्रमण ने शहर का नक्शा ही बदल दिया है। चंद कदम की दूरी भी तय करने में घंटों लग जाता है। ऊपर से शरीर और वाहन की जो दुर्गति होती उसे छोड़ दीजिए। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने नायसिल 'गर्मी लगी क्या' इवेंट के जरिए शहर के रोड कंडीशन के बारे में संडे को शहरवासियों का व्यू लिया। रोड के खस्ताहाल पर शहरवासियों का दर्द छलक पड़ा। उन्होंने रोड निर्माण करने वाले डिपार्टमेंट और ठेकेदारों को जम कर कोसा।

डिवाइडर पर दुकान, रोड पर वकॅशॉप

सबसे पहले प्रोग्राम की शुरुआत लाल फाटक शांति कुंज ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज पर सुबह 10 बजे हुई। डॉ रविश अग्रवाल ने कहा सिविल लाइंस, कोतवाली के सामने इंक्रोचमेंट है। डिवाइडर पर दुकानें लग गई हैं। अरुण कहते है रोड पर ही वर्कशॉप खुल गए हैं, जहां से पैदल गुजरना भी मुश्किल है। अपनी बातों को रखते हुए बृजेश मिश्रा ने कहा जिन एजेंसी को ठेका दिया जा रहा है उसकी मॉनीटरिंग होनी चाहिए। टेंडर की प्रक्रिया ऑनलाइन होनी चाहिए। बीएन दीवान ने कहा कई जगहों पर रोड पर स्ट्रीट लाइट तक नहीं

लगी है, जिस वजह से राहगीरों का रोड पर चलना मुश्किल हो गया है। साथ ही, एक्सीडेंट होने का भी खतरा बढ़ रहा है। बीके शर्मा अपनी बातों को रखते हुए कहा कि बदायूं फोरलेन का शुभारम्भ हो चुका है। फिर भी हैवी व्हीकल्स लाल फाटक और कैंटोनमेंट होकर ही गुजर रहे हैं। यह सब कैंटोनमेंट और प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा है। पुलिस वाले बदायूं रोड पर खड़े रहते हैं और वाहनों को कैंटोनमेंट की ओर डायवर्ड कर भेजते हैं। इसी तरह उमेश चंद्र शर्मा, रतिभान सिंह राठौर, वीरपाल साहू, हरिओम सिंह, गंगा विशन पटेल, ओमकार सिंह, देवेंद्र साहू, जगदीश और मंशा मिश्रा ने भी सिस्टम को जमकर कोसा।

नई रोड खोद कर बिछती है केबल

इसी क्रम में दोपहर 12 बजे हमारा अगला पड़ाव मठ की चौकी तिराहा रहा। दीपक द्विवेदी ने कहा श्यामगंज फ्लाईओवर बन रहा है अच्छी बात है, लेकिन इसी समय क्षेत्र की पुलिया भी तोड़ दी गई है। रोड टूटने की वजह से हम लोग चारों तरफ से घिर गए हैं। रोड के दोनों तरफ जो टाइल्स लगी थी उसे भी निकाल दिया गया है। राघवेंद्र वर्मा ने कहा कि यहां रोड पहले बनती है। उसके बाद बाकी विभागों के केबल रोड तोड़ कर बिछाए जाते हैं। यह काम पहले भी हो सकता है। बिजली का केबल, टेलीफोन का केबल बिछा कर भी रोड बनाई जा सकती है, लेकिन अधिकारी कमीशन के चक्कर में यह सब खेल कर रहे हैं। त्रिमूर्ति चौराहा पर कोई पुलिस वाला नहीं ऑटो वाले जाम लगाए रहते हैं। अपनी बातों को रखते हुए दानिश जमाल ने कहा रोड क्षतिग्रस्त होने से गाडि़यों को बहुत नुकसान हो रहा है। अकील अहमद का कहना था कि मठ की चौकी और साहू गोपीनाथ स्कूल के रास्ते में हमेशा जलभराव रहता है। पैदल चलना मुश्किल हो गया है।

पुलिस वाले भूल गए हैं अपनी जिम्मेदारी

गर्मी लगी क्या कार्यक्रम का तीसरा पड़ाव कुमार टॉकिज के पास रहा, जहां पर रोड की इस स्थिति के लिए लोगों ने पुलिस को कम जिम्मेदार नहीं ठहराया। राजीव बोहरा ने कहा कि जब से श्यामगंज फ्लाईओवर बन रहा है पुलिस अपनी जिम्मेदारी ही भूल गई है। जिस वजह से छोटे-छोटे चौराहों पर भी ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो गया है। दर्शनलाल भाटिया ने कहा कि पुलिस की ही देन है कि रोड के दोनों तरफ अतिक्रमण हो गया है। फेस्टिवल में और भी समस्या उत्पन्न हो गई है। मदन मोहन अरोड़ा कहते है कब रोड बनी और खत्म हो गया पता ही नहीं चला। जिम्मेदारी रोड को बनाने की बजाय डिस्पैच से काम चला रहे हैं, जिसका कारण है रोड बनी नहीं कि टूटने लग जा रही है। मानक के मुताबिक रोड बन ही नहीं रहे है। अमरजीत सिंह का कहना था कि रोड पर अतिक्रमण से बाहर निकला मुश्किल हो गया है।

फ्लाईओवर नहीं होने से लाल फाटक पर रोजाना ट्रैफिक जाम से गुजरना पड़ता है। कॉलेज जाने के टाइम होता है उसी टाइम यह स्थिति होती है।

साधना रोहतगी

सीएम और आलाधिकारी आते हैं, तो रोड की पैचिंग हो जाती है। पौधे लग जाते हैं। उनके शहर से जाते ही सब गायब हो जाता है। इस तरह के सिस्टम पर रोक लगनी चाहिए।

श्रद्धा

रोड खराब होने की वजह से वाहन खराब हो रहे है। व्यापार पर असर पड़ रहा है। कंप्लेन करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है। सब जगह सिर्फ कमीशन का खेल चल रहा है।

दीपक द्विवेदी

रोड से अतिक्रमण हट जाए तो सारी प्रॉब्लम्स अपने आप दूर हो जाएगी। इससे ट्रैफिक जाम तो लगता ही है रोड भी जल्दी खराब होता है।

दर्शन लाल भाटिया

पुलिस को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। क्योंकि इनके सह पर ही रोड पर ठेले लग रहे हैं। अतिक्रमण हो रहा है। छोटे-छोटे चौराहों पर जाम लगना शुरू हो गया है।

राजीव बोहरा

Posted By: Inextlive