60 हजार गुमनाम मकानों को मिलेगी पहचान
- नगर निगम जारी करेगा पोस्टल एड्रेस
-साथ ही, हाउस टैक्स की दर भी वसूलेगा BAREILLY: नगर निगम 60 हजार गुमनाम मकानों को पहचान देने जा रहा है। यह वो मकान, जो नगर निगम में रजिस्टर्ड नहीं हैं और न ही इनसे एक पाई हाउस टैक्स ही मिलता है। लिहाजा, टैक्स चोरों को नगर निगम ने सेटेलाइट के जरिए सर्च कर चिह्नित किया। अब इनको पोस्टल एड्रेस देने के साथ ही कवर्ड एरिया को नाप कर टैक्स वसूल करेंगे। डोर टू डोर होगा सर्वेशहर का दायरा बढ़ने के साथ ही नगर निगम के टैक्स में कोई खास इजाफा नहीं हुआ था। जाहिर था कि लोगों ने अपने मकानों को नगर निगम में इंडोर्स नहीं कराया है। लिहाजा, नगर निगम ने टैक्स वसूली के लिए गुमनाम मकानों को दो साल पहले सेटेलाइट के जरिए सर्च कराया था। हालांकि, अभी तक इसकी ग्राउंड रिपोर्ट तैयार नही हो पाई थी। जिसे अब मंडे से शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए नगर निगम की टीम और गुड़गांव की एक कंपनी मिलकर मंडे से शहर में डोर टू डोर जाकर करेंगे और जो मकान नगर निगम में अभी तक रजिस्टर्ड नही है। उन्हे तत्काल ही नगर निगम में रजिस्टर्ड कराया जाएगा।
नगर निगम जारी करेगा एक नंबरशहर में जितने भी ऐसे मकान है जो नगर निगम में रजिस्टर्ड नही है। और उन मकान मालिकों ने खुद से अपना एक नंबर जेनरेट करके अपना एक मकान तैयार कर लिया है। उन्हे नगर निगम अपनी तरफ से एक नंबर जारी करेगा। जिसे मकान मालिक की ओर से जेनरेट किए गए नंबर के साथ मर्ज कर दिया जाएगा। उदाहरण के लिए एक ऐसा मकान जो नगर निगम में रजिस्टर्ड नही है। और उसका मकान नंबर है 225 तो नगर निगम उसे अपनी ओर से उसके लिए जारी किया गया नंबर 5 तो अब उसका नया नंबर होगा 225/5 हो जाएगा।
20 करोड़ से एनुअल टैक्स इन मकानों को ढूंढने के बाद नगर निगम को करीब 20 करोड़ से अधिक एनुअल इनकम का फायदा होगा। क्योकि यदि नगर निगम इन सभी मकानों को ढूंढ लेता है। तो उन सभी पर टैक्स लगाया जाएगा। जिससे हर साल नगर निगम करीब 20 करोड़ रुपए तक बसूल सकता है। 11 से शुरू होगी टेक्स जमा करने का प्रोसेसबरेलियंस जिस टेक्स को लेकर बार बार नगर निगम के चक्कर लगा लगा कर परेशानियों का सामना कर रहे थे। उससे निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने तैयारी कर ली है। और अब 11 अक्टूबर से सभी लोग अपना टेक्स नगर निग में जाकर जमा कर सकते है। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो चुका है।
वर्जन शहर में जितने भी ऐसे मकान हैं, जो नगर निगम में दर्ज नहीं हैं, उनके लिए टीम तैयार हो गई है। मंडे से इसकी ग्राउंड रिपोर्ट तैयार होने लगेगी। राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त