शगुन बारात घर सहित तीन प्रतिष्ठान सील
- होली पर कार्रवाई होने से केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार नाराज
BAREILLY: टैक्स के बकायदारों पर नगर निगम का डंडा दूसरे दिन यानि वेडनसडे को भी चला। रघुनाथ राम जानकी मंदिर की दुकान सहित तीन प्रतिष्ठानों पर 28,29,643 रुपए का टैक्स बकाया होने पर नगर निगम की कर निर्धारण टीम ने सील कर दिया। कार्रवाई से आक्रोशित स्थानीय व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए हंगामा किया। वहीं दूसरी ओर होली पर कार्रवाई होने से केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार भी नाराज हैं। उन्होंने इस बारे में मेयर डॉ। उमेश गौतम से बात की और होली बाद अभियान चलाने काे कहा। तीन प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई किया सीलनगर निगम की टीम सुबह ही कार्रवाई के लिए फील्ड में निकल गई। कानून गोयान, ब्रहमपुरा और माधोबाड़ी अभियान चलाया गया। रघुनाथ राम जानकी मंदिर प्रबंधक पर 12,47,917 रुपए का टैक्स बकाया होने के कारण मंदिर की दुकान सील कर दी गई। टीम ने ब्रह्मापुरा शगुन बारात घर को भी सील कर दिया। जिस पर 5,63,146 रुपए का टैक्स बकाया है। जबकि, माधोबाड़ी में 10,18,480 रुपए का टैक्स बकाया होने पर राम मोहन के प्रतिष्ठान पर कार्रवाई करते हुए सील कर दिया।
कार्रवाई हुए तो जमा किए रुपएरघुनाथ राम जानकी मंदिर और शगुन बारात घर के प्रबंधक और मालिक ने प्रतिष्ठान के सील होने के बाद बकाया टैक्स का कुछ हिस्सा जमा कर दिया। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी राकेश कुमार सोनकर ने बताया कि बैंक्वेट हॉल और राम जानकी मंदिर के प्रतिष्ठान को टैक्स का 1-1 लाख रुपए देने के बाद खोल दिया गया। वहीं टैक्स जमा नहीं करने पर राम मोहन के प्रतिष्ठान को सील के बाद नहीें खाेला गया।
दुकानदारों में रहा आक्रोश कार्रवाई से दुकानदारों में काफी रोष व्याप्त रहा। उन्होंने नगर निगम के खिलाफ जमकर हंगामा किया। कुछ दुकानदारों का यहां तक कहना था कि उनके ऊपर कोई टैक्स बकाया नहीं है। फिर भी नगर निगम कार्रवाई करने की चेतावनी दे रहा है। होली के समय दुकानें सील होने से बिजनेस प्रभावित हो रहा है। जब बिजनेस ही नहीं होगा तो वह टैक्स कैसे जमा कर सकेंगे। बॉक्स प्रतिष्ठान और स्वामी - टैक्स बकाया - जमा कियामाधोबाड़ी राम मोहन - 10,18,480 - 0
ब्रह्मापुरा शगुन बारात घर - 5,63,246 - 1 लाख कानून गोयान रघुनाथ राम जानकी मंदिर - 12,47,917 - 1 लाख जब हम सुबह अपनी दुकान खोलने के लिए आए तो देखा तो हमारी दुकान पर नगर निगम का ताला जड़ा हुआ था। पड़ोस की दुकान पर पूछा तो पता चला कि निगम के लोग आकार ताला लगा गए। राजेश चौरसिया, दुकानदार हमने निगम के लोगों से पूछा कि ताला क्यों लगा रहे हो तो बोले कि तुम्हारा टैक्स जमा नहीं है, इस पर मैने कहा कि साहब मेरे रंगों की दुकान है कम से कम उन्हें तो बहार निकालने दीजिए लेकिन नहीं निकालने दिए। हरदेव दुकान दारताला लगने से हमारे आधे दिन की दुकानदारी का नुकसान हुआ है। मैंने जब पूछा ताला किस बात पर लगाया आपने तो बोले कि आपकी दुकान पर गलती से लग गया था रघुनाथ मंदिर की दुकानों पर लगाना था।
अनिल कुमार अग्रवाल दुकानदार हमें नगर निगम वालों ने बेवजह परेशान किया, हमारी अभी होली की दुकानदारी चल रही है। जिसमें आधे दिन की दुकानदारी का घाटा हुआ है। यह तो बेवजह का परेशान करना हुआ। एके अग्रवाल, दुकानदार