-नियम के अनुसार किसी भी कोर्स को शुरू करने के लिए कम से कम दस छात्रों का एडमिशन अनिवार्य

-प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों से बात कर इसका हल निकालने में जुटे

बरेली: बरेली कॉलेज में नया कोर्स शुरू करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां डिप्लोमा इन बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स महज चार छात्रों से शुरू कर दिया गया, जबकि नियम के अनुसार किसी भी कोर्स को शुरू करने के लिए कम से कम दस छात्रों का एडमिशन अनिवार्य है। हैरानी की बात है कि इसकी जानकारी प्राचार्य को भी नहीं थी। वेडनसडे को इसकी पोल खुली तो खलबली मच गई। अब प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों से बात कर इसका हल निकालने में जुटे हैं।

29 जनवरी को खुली पोल

दरअसल विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार कोई भी नया कोर्स तभी शुरू होता है जब उस कोर्स के लिए कम से कम दस छात्र रजिस्ट्रेशन कराएं। बरेली कॉलेज में इस सत्र में डिप्लोमा इन बायोटेक्नोलॉजी का कोर्स शुरू किया गया था। इसमें महज चार छात्रों ने एडमिशन लिया। नियम के अनुसार आवेदन की अंतिम तिथि तक अगर दस छात्र एडमिशन नहीं लेते हैं तो शेष छात्रों को फीस वापस कर उनका एडमिशन भी कैंसिल कर दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के शिक्षकों ने इसकी पढ़ाई भी शुरू कर दी। अब जब परीक्षा फार्म भरने की बारी आई तो सब हैरान रह गए। वेडनसडे को इसकी जानकारी प्राचार्य को हुई। प्राचार्य डॉ। अनुराग मोहन ने बताया कि कोर्स में तीन या चार छात्रों के ही एडमिशन हुए हैं। अब वह कोशिश करेंगे कि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों से बात कर छात्रों के हित में कोई सहूलियत दिला सकें। अगर ऐसा नहीं होता है तो छात्रों की फीस वापस की जाएगी।

अगले साल से बनेगा नियम

डॉ। अनुराग ने बताया कि नए सत्र में एडमिशन के लिए अभी से नियम बनाने शुरू हो जाएंगे। तय हुआ है कि जिन कोर्स में कम छात्र आते हैं उन्हें एडमिशन के दौरान ही बता दिया जाएगा कि अगर दस से कम एडमिशन हुए तो उनकी फीस वापस कर दी जाएगी। कॉलेज प्रशासन की तरफ से कोई जिम्मेदार शख्स यह लिखकर छात्र को देगा।

अभी मामला संज्ञान में नहीं आया है। अगर कॉलेज कोई प्रत्यावेदन देता है तो उस पर विचार किया जाएगा। जो भी होगा वह नियम के अनुसार ही किया जाएगा।

डॉ। सुनीता पांडेय, रजिस्ट्रार, आरयू

Posted By: Inextlive