- एडमिनिस्ट्रेशन को रिपोर्ट सौंपने में स्कूल मैनेजमेंट दिखा रहा सुस्ती

- आधे से ज्यादा का समय खत्म मगर मैक्सिमम स्कूलों ने नहीं सौंपी रिपोर्ट।

BAREILLY: स्ट्राइक पर चल रहे स्कूली वाहनों के वापस रोड पर दौड़ने पर अभी कश्मकश जारी है। एडमिनिस्ट्रेशन, आरटीओ और स्कूल मैनेजमेंट की शर्तो के आगे वाहन ओनर्स झुकने को तैयार नहीं। वहीं खुद वाहन चलवाने के नाम पर भी स्कूल मैनेजमेंट सुस्ती दिखा है। कुछ स्कूल्स को छोड़ दिया जाए तो बाकी के स्कूल मैनेजमेंट ने एडमिनिस्ट्रेशन को अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है। जबकि उन्हें दी गई डेडलाइन का वक्त आधा हो चुका है।

मैक्सिमम स्कूलों ने नहीं सौंपी रिपोर्ट

क्ब् अगस्त को एडमिनिस्ट्रेशन, अभिभावक संघ, आरटीओ और स्कूल मैनेजमेंट के बीच मीटिंग हुई थी। इसमें एडीएम सिटी आरपी सिंह ने स्कूल मैनेजमेंट को क्भ् दिन के अंदर खाका तैयार कर सौंपने को कहा था। मगर 9 दिन का समय बीत जाने के बाद भी मात्र भ् स्कूलों ने ही अपनी रिपोर्ट एडीएम सिटी को सौंपी है। रिपोर्ट में बताना था कि उनके स्कूल में बच्चों की संख्या कितनी है। अनुबंधित और स्वयं के स्कूली वाहन कितने हैं, ड्राइवर्स की संख्या कितनी है। स्कूल मैनेजमेंट को एक महीने के अंदर वाहनों का इंतजाम करने के लिए भी कहा गया था।

स्कूली बस ओनर्स भी कर सकते हैं स्ट्राइक

आरटीओ ने साल ख्007 के पहले के सभी वाहनों को स्कूली परमिट जारी करने से इंकार कर दिया है। वहीं ख्00 से अधिक स्कूली वैन में से मैक्सिमम वैन साल ख्007 के पहले के मॉडल हैं। ऐसे में वाहन ओनर्स का विरोध प्रदर्शन और बढ़ गया है। इसके अलावा जो वाहन स्कूल से जुड़े हैं, उन्हें आरटीओ टैक्स में भ्0 परसेंट की छूट भी दे रहा है। इस बात को लेकर स्कूली बस ओनर भी फ्राइडे को आरटीओ से टैक्स में छूट की मांग करने के लिए पहुंचे हुए थे। मगर आरटीओ ने बस ओनर्स के शर्तो को मानने से साफ इंकार कर दिया है। आरटीओ आरआर सोनी का कहना था कि यह छूट इसी शर्त पर मिलेगी जब बस सिर्फ स्कूली बच्चों को कैरी करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। कांट्रैक्ट वाली बसों को टैक्स में किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। निकट भविष्य में स्कूली बस ओनर्स भी स्ट्राइक के संकेत दे रहे हैं।

Posted By: Inextlive