पहाड़ों पर बर्फबारी, बरेलियंस की छूट रही कंपकपी
संडे का टेंप्रेचर
8.3 डिग्री सेल्सियस - मैक्सिमम टेम्प्रेचर 5.3 डिग्री सेल्सियस - मिनीमम टेम्प्रेचर -वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक, आने वाले दिनों में और बढ़ेगी सर्दी, बारिश की संभावना -सर्दी के चलते डीएम ने दो दिन बढ़ाई स्कूलों की छुट्टी, बच्चों को मिली राहत बरेली : पहाड़ों पर बर्फबारी होने के बाद मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शीतलहर ऐसी कि आम जनजीवन ही प्रभावित होने लगा है। दिसंबर के महीने में चढ़ता-उतरता पारा नित नये कीर्तिमान गढ़ रहा है। जिससे बरेलियंस को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि डीएम नितीश कुमार ने स्कूलों में छुट्टी का क्रम बढ़ा दिया है। सुबह से शुरू हो रही गलन से लोगों को ठिठुरने को मजबूर कर रहा है। जिसके चलते सड़कों पर कम भीड़ दिखाई दे रही है। धूप ने दी राहतसंडे को छुट्टी के दिन निकली धूप ने लोगों को राहत दी। सुबह से आसमान साफ होने से धूप निकली, लेकिन सर्द हवाओं के चलते गर्माहट का अहसास कम ही हुआ। मैक्सिमम टेम्प्रेचर 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जोकि सामान्य से 12 डिग्री कम रहा। जबकि मिनीमम टेम्प्रेचर 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। पहाड़ों पर बर्फ गिरने से ठिठुरन और गलन लोगों को परेशान करती रही। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड होगी और कोहरा छाया रहेगा।
पिछले एक हफ्ते का टेंप्रेचर दिन अधिकतम न्यूनतम 29 दिसंबर 8.3 3.1 28 दिसंबर 13.1 6.9 27 दिसंबर 10.6 7.5 26 दिसंबर 12.1 6.9 25 दिसंबर 17 8.1 24 दिसंबर 12.1 9.3 23 दिसंबर 17.7 7.9 नये साल में होगी बारिश मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक नये साल का आगाज रिमझिम बारिश से होगा। नये साल के पहले तीन दिन बारिश का पूर्वानुमान दिया गया है। जिससे गलन और ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। ब्लड प्रेशर के पेशेंट रहें अलर्टडिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के वरिष्ठ फिजीशियन के डॉ। वगीश वैश्य सुझाव देते हैं कि सर्दी में मधुमेह और ब्लड प्रेशर के मरीजों को नियमित जांच करानी चाहिए। ऐसा नहीं करने से स्ट्रोक का खतरा 80 फीसदी तक बढ़ जाता है। अस्थमा के मरीजों को नियमित दवा लेनी चाहिए। चूंकि ठंड में हाथ पैर की नसें सिकुड़ती हैं। इसलिए गर्म पानी से सिकाई करते रहना चाहिए।
कोयला किल्लत से परेशानी ठंड के साथ कोयला की मांग सर्वाधिक बढ़ी। अमूमन 30 रुपये किलो बिकने वाला कोयला 50 से 55 रुपये किलो बिकने लगा। दुकानों में कोयला किल्लत होने से ग्राहकों को मायूस होना पड़ रहा है। गर्म कपड़े की दुकानों में भीड़ बढ़ी सर्द बढ़ी, साथ ही गर्म कपड़ों की मांग भी बढ़ गई। कपड़ा व्यवसायियों के मुताबिक पारा गिरने के साथ गर्म कपड़ों की बिक्री में उछाल आया है। वहीं गर्म कपड़ों की ज्यादा बिक्री के दुकान ऑफर्स भी दे रहे हैं। कागजों में जल रहे अलावकरीब बीस दिनों से भीषण ठंड का प्रकोप है बावजूद इसके निगम प्रशासन की ओर से शहर में अलाव तक जलवाने की जहमत नही उठाई। हालांकि निगम ने शहर के 15 स्थानों की पहचान अलाव के लिए की थी लेकिन एक दो दिन के बाद निगम ने अलाव तो दूर लकड़ी तक निर्धारित स्थानों पर नही भिजवाई।