Bareilly: नया साल एनवायरनमेंटल साइंस में एडमिशन लेने वालों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है. बीसीबी में एमएससी एनवायरनमेंटल साइंस में दस सीटें बढऩे से स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली है. दो महीने पहले बीसीबी में एनवायरनमेंटल साइंस डिपार्टमेंट को स्थाई मान्यता मिली. उसके बाद से ही सीट बढ़वाने को लेकर कवायद शुरू हो गई थी.


150 applications आए बीसीबी के एनवायरमेंटल साइंस डिपार्टमेंट के कोआर्डिनेटर डॉ। एपी सिंह ने बताया एमएससी में दस सीटें बढऩे से स्टूडेंटस क ो राहत महसूस हो रही है। एमएससी में एडमीशन के लिए इस बार 150 एप्लीकेशंस आए थे। अब तक डिपार्टमेंट में तीस सीट को मान्यता मिली थी जो अब दस सीटें बढऩे के साथ चालीस हो गई है। उन्होंने बताया रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में यह कोर्स केवल बीसीबी में ही संचालित हो रहा है। एनवायरमेंटल साइंस का कोर्स करने के बाद जॉब के कई अवसर हैं। यह जॉब ओरिएंटेड कोर्स है। सरकारी नियमों के मुताबिक प्रत्येक इंडस्ट्री में पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए पर्यावरणविद का पद होना अनिवार्य है। प्रजेंट टाइम में इसकी काफी डिमांड है। स्टूडेंट्स के पास कई ऑप्शन हैं। बीसीबी में एसएससी एनवायरनमेंटल साइंस की सीटें बढऩा वाकई राहत देने वाला है। कम सीटें होने पर कॉम्पिटिशन काफी टफ हो जाता है।


-हृदयेश यादव, स्टूडेंट

एनवायरमेंटल साइंस जॉब ओरिएंटेड कोर्स है। ऐसे में वर्तमान इसकी अच्छी खासी डिमांड है। सीटें बढऩा वास्तव में अच्छा है।-निधि तोमर, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive