Gorakhpur : एक्टिंग की बदौलत परदे चमकने के ख्वाबों को पंख लगने की उम्मीदें जवां हो रही हैं. सिटी में भोजपुरी के साथ हिंदी फिल्मों की शूटिंग के लिए प्रोड्यूसर-डाइरेक्टर अट्रैक्ट हो रहे हैं. बिना फिल्म सिटी के नया ट्रेंड शुरू होने से आर्टिस्ट की चाहत बढ़ी है. जून और जुलाई मंथ में सिटी में भोजपुरी और हिंदी फिल्मों की शूटिंग होने वाली है. इसके लिए डाइरेक्टर और प्रोड्यूसर नये कलाकारों की तलाश में जुटे हैं. इसी क्रम में जुलाई से सिटी में हिंदी फिल्म 'हनक' का निर्माण शुरू होगा. इसके लिए सिटी के एक होटल में आडिशन रखा गया. इस दौरान सिटी के यूथ के साथ-साथ रंगकर्मियों ने भी अपना हुनर दिखाया.

अच्छा है, इससे मिलेगा मौका
आडिशन के लिए जुटे पुरुषोत्तम सिंह, मुकेश प्रधान, चंद्रेश्वर, संदीप त्रिपाठी, गिरजेश दुबे, राजेश पांडेय, मेराज खान, सायरा सिद्दीकी, रितू सिंह और राधाकांत मिश्रा ने बताया कि फिल्मों के निर्माण से सिटी के आर्टिस्ट को काम का मौका मिलेगा। ज्यादा से ज्यादा फिल्मों के बनने पर यहां के यूथ को रोजगार मिल सकेगा। हनक के निर्माता तेजपाल टोकस और डाइरेक्टर सुनील मांझी है। कहानी सुमित वर्मा की है।
पहले भी हो चुकी है कई फिल्मों की शूटिंग
पांच साल के भीतर सिटी में फिल्मों को लेकर जबर्दस्त काम हुआ है। हिंदी फिल्म भूरी सहित 40 से अधिक फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इसमें ज्यादातर फिल्में रिलीज हो चुकी है। शक्ति कपूर, मोहन जोशी, मुकेश तिवारी जैसे फेमस आर्टिस्ट भी सिटी में आ चुके हैं। दिनेश लाल निरहुआ, रवि किशन, रिंकू घोष, पाखी हेगड़े सहित कई भोजपुरी कलाकारों की फिल्म की शूटिंग हो चुकी है। लोकेशन के साथ सुविधाएं उपलब्ध होने की वजह से निर्माता गोरखपुर की तरफ आ रहे हैं। लेकिन फिल्म सिटी की कमी से सिनेमा का कारोबार प्रभावित हो रहा है।
सिटी के आर्टिस्ट को काफी स्ट्रगल करना पड़ता है। यहां पर फिल्मों के निर्माण से युवाओं को काम का मौका मिलेगा। मौका न मिलने से यहां के लोग अपना हुनर नहीं दिखा पाते हैं।
सुनील मांझी, डाइरेक्टर

 

report by : arun.kumar@inext.co.in

Posted By: Inextlive