थाना चौकी एसएसपी ऑफिस और सीएम की चौखट समेत समेत कई जगहों पर फरियाद लेकर पहुंच रही पब्लिक चकरघिन्नी बनकर रह गई है. कहीं भी पब्लिक को इंसाफ नहीं मिल रहा. इस बार जनता दर्शन में आई भीड़ देख सीएम योगी आदित्यनाथ एक बार फिर नाराज हुए. उन्होंने एसएसपी से नाराजगी भरे लहजे में कहा यदि एसओ काम नहीं कर रहे हैं तो उन्हें सिर्फ हटाइए नहीं बल्कि सस्पेंड भी करिए. मतलब साफ है लापरवाह पुलिसिंग से सीएम नाराज हैं. इस छवि के डैमेज कंट्रोल के लिए अब एडीजी अखिल कुमार खुद आगे आए हैं. 7 जुलाई को गूगल मीट पर असंतुष्ट फरियादियों और पुलिस के साथ वो मीटिंग कर इसका कारण खोजेंगे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। एडीजी अखिल कुमार ने शनिवार को एक लेटर जारी किया है, जिसमें लिखा है कि जनता दरबार में आए प्रार्थना पत्रों की 72 घंटे के अंदर जांच कर कार्यवाही कराते हुए आख्या उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया जाता है। जांच के बाद उपमहानिरीक्षक कार्यालय द्वारा प्रार्थना पत्रों का फीडबैक भी लिया जाता है। लिए गए फीडबैक में अधिकतर फरियादी जांच और कार्यवाही से असंतुष्ट मिले हैं। ये फरियादी फिर जनता दर्शन में पहुंचकर प्रार्थना पत्र दे रहे हैं। पुलिस के इस रवैए से सीएम ने अप्रसन्नता व्यक्त की है। एसएसपी भी हुए थे परेशान


एसएसपी डॉ। विपिन ताडा भी डेली ऑफिस में फरियादियों की भीड़ देखकर परेशान हो गए थे। एसएसपी ने ऐसी पहल की, जो आज तक गोरखपुर जिले में नहीं हुई थी। उन्होंने फरियादियों और संबंधित थाने की पुलिस का आमना-सामना कराया था। इस दौरान जिस थाने की लापरवाही मिली, उससे संबंधित पर कार्रवाई भी की थी। इसके बाद भी थानों पर फरियादियों की अनसुनी हो रही है। हर जिले में बनेगा फीडबैक सेंटर

एडीजी ने जोन के सभी 11 जिलों की पुलिस को निर्देश दिया है कि हर जिले में एक फीडबैक सेंटर बनाया जाए। यह सेंटर पुलिस से संबंधित नागरिक सेवाओं में आम जनता को हो रही समस्याओं को दूर करेगी। थानेदार की कार्यप्रणाली पर नजर रखेगी और उनके कार्र्यों का मूल्यांकन करेगी।पासपोर्ट और चरित्र सत्यापन से भी पुलिस के कार्यों की समीक्षाएडीजी ने बताया, गोरखपुर जोन की पुलिस की जिलेवार हर माह एक समीक्षा हो रही है कि उसकी कार्यप्रणाली कैसी है। लोग अपने जिले की पुलिस के कार्य को कैसा मानते हैं। इसके लिए हर माह पांच प्लेटफार्म के जरिए फीडबैक और वोटिंग हो रही है। अब इसमें एडीजी ने एक और प्लेटफार्म जोड़ दिया है। अब पासपोर्ट वैरिफिकेशन और चरित्र सत्यापान कराने आए लोगों से भी पुलिस फीडबैक लेगी कि पुलिस का उनके मामले में कैसा रहा, जिसके बाद जिला पुलिस की रेटिंग तय होगी। फरियादियों की फजीहत केस-1: युवती को कटवाए थानों के चक्कर

सहजनवां इलाके की 23 साल की युवती को एक युवक ने शादी का झांसा देकर उससे शारीरिक संबंध बनाए। बाद में युवक ने शादी से भी इंकार कर दिया। इसके बाद युवती ने सहजनवां थाने में तहरीर दी, उसे महिला थाने भेज दिया गया। कई दिनों तक दौड़ाने के बाद घटनास्थल शाहपुर बताकर उसे उस थाने पर भेज दिया गया। शाहपुर में प्रेमी को पिपराइच का बताकर युवती को पिपराइच थाने भेज दिया गया। पिपराइच थाने पर ये बताया गया कि मामला शाहपुर का है और युवती को वहां से भी लौटा दिया गया। केस-2: पूर्व विधायक के भाई ने कब्जाया मकान एक जुलाई को जनता दर्शन में हड़हवा फाटक निवासी विश्व बंधु गुप्ता फरियाद लेकर पहुंचे। उन्होंने मेहदावल के पूर्व भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल के भाई अजय सिंह की शिकायत की। बताया कि अजय सिंह ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नया एग्रीमेंट बनवाकर मकान पर कब्जा कर रखा है। न किराया देते हैं और न ही मकान खाली करने को तैयार हैं। छह माह से विश्व बंधु शिकायत लेकर दौड़ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। केस-3: दुष्कर्म पीडि़ता पर सुलह करने का दबाव बिहार और हाल में कोतवाली एरिया निवासी एक युवती रेप की शिकायत लेकर थाने, एसएसपी और जनता दर्शन में में गई, लेकिन उसकी शिकायत पर सुनवाई अभी तक नहीं हुई। युवती का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर आरोपियों पर शाहपुर थाने में मुकदमा तो दर्ज हुआ, लेकिन आरोपियों को अरेस्ट नहीं किया गया। आरोप लगाया कि आरोपी उस पर दबाव बनाकर मुकदमे में सुलह करने को कह रहे हैं। आरोपित पक्ष के लोग प्रभावशाली हैं और मेरी हत्या भी करवा सकते हैं।
पीडि़तों को न्याय दिलाना प्राथमिकता होनी चाहिए। फरियादियों की भीड़ नहीं घट रही है। ऐसा क्यों हो रहा है इसके लिए 7 जुलाई को पुलिस के सामने फरियादियों की बात सुनी जाएगी। अखिल कुमार, एडीजी जोन

Posted By: Inextlive