हेल्पलेस हो गए हेल्पलाइन नंबर
सेंट्रलाइज सिस्टम के अभाव में ठप रहती सूचनाएं
क्षेत्र की समस्या की जानकारी से अफसर करते इंकार GORAKHPUR: शहर में बिजली की कटौती की प्रॉब्लम को लेकर अफसर कतई गंभीर नहीं है। शहर में कब, कहां और क्यों बिजली गायब हो गई। इसकी जानकारी अफसरों नहीं हो पाती है। किसी भी गड़बड़ी पर सीनियर ऑफिसर्स के अंजान बने रहने का खामियाजा पब्लिक भुगत रही है। जूनियर इंजीनियर से लेकर एसई तक को सूचना नहीं दी जाती। महानगर विद्युत वितरण मंडल के एसई ने कहा कि यदि ऐसा हो रहा है तो गंभीर बात है। कई बार कर्मचारियों की लापरवाही से इस तरह की समस्याएं सामने आती है। हालांकि मेजर फाल्ट पर इस बात को लेकर नजर रखी जाती है। जानकारी का अभाव बताते अधिकारीशहर के अंदर बिजली की किसी तरह की प्राब्लम आने पर लोग सब स्टेशन पर फोन करते हैं। सब स्टेशन पर मिलने वाली जानकारी के आधार पर कर्मचारी शटडाउन लेकर काम पर निकल जाते हैं। छोटी-मोटी गड़बड़ी पर कर्मचारी मामला संभाल लेते हैं। लेकिन कई बार बड़ी गड़बड़ी पर कर्मचारी अधिकारियों को सूचना नहीं देते। हालत यह है कि जूनियर इंजीनियर और एसडीओ को अपने क्षेत्र में गड़बड़ी की जानकारी नहीं हो पाती। यदि किसी ने अधिकारियों से प्रॉब्लम दूर होने के बारे में पूछ लिया तो वह अंजान बने रहते हैं। किसी तरह की खराबी न होने की बात कहकर मामले को टाल देते हैं।
हेल्प लाइन की सूचनाएं भी बेमतलब बिजली उपभोक्ताओं की सूचना के लिए हेल्प लाइन नंबर की सुविधा मुहैया कराई गई है। एक माह पूर्व शहर के सभी विद्युत वितरण निगम खंडों के लिए हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था की गई। लेकिन यह हेल्पलाइन नंबर भी हेल्पलेस नजर आ रही है। सप्लाई में किसी तरह की गड़बड़ी की सूचना देने हेल्पलाइन नंबर पर देने के बावजूद अधिकारियों तक मामला नहीं पहुंच रहा है। बताया जाता है कि जानबूझकर कर्मचारी इन सूचनाओं को सीनियर अफसरों को नहीं देते। इससे उन पर काम का कोई प्रेशर नहीं होता है। निगरानी न होने से वह अपने तरीके से काम करते हैं। भले लाइन ठीक होने में घंटों समय लग जाए। ऐसा हो इंतजाम, सबको मिले जानकारीबिजली विभाग में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए एक सेंट्रालाइज इंतजाम होना चाहिए। ताकि किसी तरह की सूचना आने पर हर अधिकारी को जानकारी मिल सके। कम से कम उस क्षेत्र के अधिकारियों को जानकारी हो सके, जो व्यवस्था संभाल रहे हैं। ऐसे में जहां समस्या को दूर करने में सहूलियत मिलेगी। वहीं, कर्मचारियों के काम की मानीटरिंग हो सकेगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पूरे शहर में मानीटरिंग में आसानी हो जाएगी। बताया जाता है कि आपस में सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए अधिकारियों ने एक व्हाट्सअप ग्रुप बना रखा है। लेकिन इसको लेकर बहुत गंभीरता नहीं दिखाई जाती है।
इस हेल्प लाइन नंबरों पर करें संपर्क संपर्क मोबाइल-व्हाट्सअप नंबर एसई, विद्युत नगरीय वितरण मंडल 9415203000 विद्युत नगरीय वितरण खंड एक- शास्त्री चौक 639269034 विद्युत नगरीय वितरण खंड दो, बक्शीपुर 6386173317 विद्युत नगरीय वितरण खंड तीन, मोहद्दीपुर 7080681668 विद्युत नगरीय वितरण खंड चार, राप्तीनगर 9721910212कई बार मामूली खराबी पर सूचना नहीं मिल पाती है। ज्यादा समय के लिए शट डाउन होने पर जानकारी मिलती है। मेजर फाल्ट होने पर पूरी नजर रखी जाती है। हेल्प लाइन नंबर पर आने वाली सूचनाओं को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण मंडल