सिटी की मुख्य सड़कें हों या फिर अंदर सकरी गलियों के पिच और इंटरलॉकिंग मार्ग. ज्यादातर जगहों पर ठेकेदार की मनमानी सामने आने पर डीएम ने जांच के आदेश दिए हैैं. इसके लिए एडीएम सिटी को नामिनेट किया है. ïवहीं डीएम विजय किरण आनंद ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित ठेकेदार के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)। बता दें, सिटी के वार्ड 18 में मोहल्ले के लोगों ने डीएम आफिस में शिकायत कर बताया कि आजाद नगर दुर्गा मंदिर से रामचद्र आटा चक्की तक इंटरलॉकिंग होनी थी। इसके लिए डूडा से 38 लाख का बजट पास है। सड़क आधे से ऊपर बनकर तैयार है। लेकिन करीब 400 मीटर तक सड़क पर बड़े-बड़े रोड़े डालकर छोड़ दिया है। ठेकेदार भी बजट का अभाव दिखाते हुए फरार हो गया है। मोहल्ले में कभी नहीं आया। पार्षद से मिलने पर वह भी ठेकेदार पर ही दोष मंढते हैैं। ऐसे में मोहल्ले के लोगों के आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार आ रहीं शिकायतें


वहीं पार्षद सरोज निषाद के पति राकेश निषाद सारा कार्य भार संभालते है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के लोग लगातार शिकायत कर रहे हैैं। इस मामले को लेकर कई बार ठेकेदार प्रमोद पांडेय से बात की गई है, लेकिन वह बजट नहीं होने की बात करते हुए टाल देते हैैं। इसको लेकर जिला प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है। फैक्ट फीगर सड़क बनने के लिए निर्धारित बजट - 38 लाख प्रतिदिन इस मार्ग से गुजरने वाले लोग - 17000इस एरिया में घर - 700

डूडा से बनने वाली सड़क के निर्माण में शिथिलता बरतने के मामले सामने आए हैैं, इसके लिए संबंधित ठेकेदार और जेई से जवाब तलब किया जाएगा। नगर आयुक्त से रिपोर्ट मांगा जाएगा। विजय किरण आनंद, डीएम

Posted By: Inextlive