गोरखपुर सिटी में धड़ल्ले से दौड़ रहे ई-रिक्शा कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं. इसकी वजह ओवरलोड सवारी तो हैं ही. अंधेरे में बंद हेडलाइट की वजह से कभी भी ई-रिक्शा हादसे का शिकार हो सकते हैं. अपनी कमी को छिपाने के लिए ये ई-रिक्शा ड्राइवर कई बार रजिस्ट्रेशन नंबर को भी स्टिकर या पोस्टर से छिपा देते हैं. दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के रियलिटी चेक में यह तथ्य सामने आए हैं. सड़कों पर देखने को मिला कि बैट्री को बचाने के लिए ड्राइवर रात के समय ई-रिक्शा की हेडलाइट बंद रखते हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो).रात में ई-रिक्शा की हेडलाइट बंद होने की वजह से रोड एक्सीडेंट का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। बैट्री बचाने के लिए ई-रिक्शा चालक लाइट को बंद करके चलते हैं। इससे वह ज्यादा देर तक रोड पर चल सकेंगे और अपनी कमाई बढ़ा सकें। नंबर प्लेट पर पोस्टरसिटी में ई-रिक्शा चालक अपनी कमाई बढ़ाने के लिए पीछे के नंबर प्लेट पर पोस्टर चिपका देते हैं। इससे नंबर प्लेट पूरी तरीके से ढक जाती है। इस पोस्टर से उनको पैसे तो मिलते ही हैं और इसके साथ ही वह ऑनलाइन चालान से भी बचने की कोशिश करते हैं। रात के टाइम में ई-रिक्शा चालक लाइट बंद करके चलते हैं। इससे रोड पर एक्सीडेंट का खतरा काफी बढ़ जाता है। यह अचानक से कहीं भी मोड़ देते हैं और अंधेरा होने की वजह से कुछ दिखता भी नहीं है।दयाशंकर, मोहद्दीपुर


ई-रिक्शा की हेडलाइट बंद होने की वजह से बाइक चलाने में काफी दिक्कत होती है। यह सामने से आते हैं मगर लाइट बंद रहती है। इसीलिए कुछ दिखता नहीं है। इस पर कार्रवाई बहुत जरूरी है नहीं तो यह एक्सीडेंट का कारण बन सकता है।शक्ति सिंह, रानीडिहा

रात के टाइम में ई-रिक्शा का हेडलाइट बंद होना गलत है। इसके लिए रिक्शा एसोसिएशन की मीटिंग करके इनको चेतावनी भी दी गई है। इसके बाद भी अगर यह नहीं सुधरते हैं तो इनपर कठोर एक्शन लिया जाएगा।डॉ। एमपी सिंह, एसपी ट्रैफिक 5000 ई-रिक्शा गोरखपुर की सड़कों पर दौड़ रहे हैं ई-रिक्शा के लिए आवश्यक रूल1. ई-रिक्शा वाहन के आगे पीछे स्पष्ट रूप से नम्बर अंकित हो। 2. वाहन में 01 ड्राइवर के साथ 04 सवारी बैठाएं। 3. गति कम होने के कारण वाहन हमेशा बायीं लेन में चलाएं।4. ई-रिक्शा के सामने वाले शीशे पर अंदर की तरफ़ चालक का नाम व मोबाइल नम्बर अवश्य अंकित हो। 5. अंधेरा होने पर वाहन चलाते समय बैटरी बचाने हेतु लाइट नहीं जलाते, जिससे कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। लिहाजा लाइट जलाएं। 6. हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट वाहन में लगा होना चाहिए तथा वाहन के स्ट्रक्चर पर वाहन नंबर लिखा होना चाहिए।

Posted By: Inextlive