इलेक्ट्रिक बसों में सफर करने वाले गोरखपुराइट्स के लिए गुड न्यूज है. महेसरा इलेक्ट्रिक चार्जिंग बस स्टेशन परिसर में आईटीएमएस इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से 10 इलेक्ट्रिक बसों को जोड़ दिया गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। कंट्रोल रूम शुरू हो जाने से यात्री एक कॉल में जान सकेंगे कि उनके स्टाप पर इलेक्ट्रिक बस कितनी देर में पहुंच रही है। साथ ही कंट्रोल रूम में एक्सपर्ट बैठकर एक-एक बसों की लाइव रिकार्डिंग करेंगे। हर 30 सेकेंड में इलेक्ट्रिक बसों की लोकेशन सिस्टम के जरिए देखी जा रही है। यदि बस ओवर स्पीड में संचालित हो रही है तो एक्सपर्ट मैसेज के जरिए ड्राइवर्स को अलर्ट भी करेंगे, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो सके। महेसरा बस डिपो में लगी एलईडी सिटी के तीन रूटों पर करीब 15 बसों का संचालन किया जा रहा है। आईटीएमएस के जरिए या कंट्रोल रूम के नंबर पर कॉल कर संबंधित रूट पर संचालित होने वाली इलेक्ट्रिक बस की जानकारी ली जा रही है। जीपीएस सिस्टम से बसें लैंस हैं। इसके माध्यम से सभी बसों को मूवमेंट निगरानी में रहेगा।


गोरखपुर (ब्यूरो)। एलईडी स्क्रीन पर उनके लोकेशन पर नजर रखी जा रही है। महेसरा बस डिपो में एलईडी स्क्रीन लगाई जा चुकी है। सिस्टम के जरिए इलेक्ट्रिक बस के ज्यादा देर तक एक ही जगह खड़े होने, ओवर स्पीड या रूटों पर संचालित होने वाली बसों की स्क्रीन के माध्यम से मॉनिटरिंग की जा रही है।पैसेंजर्स के लिए सेफ जर्नी

इलेक्ट्रिक बसों में पैसेंजर सेफ जर्नी कर सकें। इसके लिए बसों में जीपीएस लगाए गए हैं। उसे आईटीएमएस सिस्टम से जोड़ा गया है। बस के अंदर कितने पैसेंजर बैठे हैं। यह भी जानकारी सीसीटीवी कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम को मिल रही है। बस में सफर कर रही महिलाएं भी पूरी तरह से सेफ हैं। बस के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से एलईडी स्क्रीन पर भी देखा जा सकता है।यह है सुविधाएं - आईटीएमएस सिस्टम से लाइव रिकार्डिंग। - हर 30 सेकेंड में ऑटोमैटिक बस का लोकेशन मिलता है। - कहीं पर बैठकर बसों की लोकेशन ट्रैक किया जा सकता है। - इलेक्ट्रिक बस पूरी तरह से सिक्योर हैं, बस के अंदर किसी प्रकार की पैसेंजर्स के साथ अभद्रता नहीं हो सकती है।- बस सीट पर लगे पैनिक बटन दबाते ही कंट्रोल रूम को अलर्ट देगा।- बस का ड्राइवर अगर ओवर स्पीड में बस संचालित कर रहा है तो कंट्रोल रूम को स्पीड की जानकारी हो जाएगी। - कंट्रोल रूम से ड्राइवर्स के पास मैसेज जाएगा और उसे चेतावनी दी जाएगी।- बस में लगे म्यूजिक सिस्टम के जरिए अलर्ट जारी हो जाएगा।

- इलेक्ट्रिक बस के अंदर और बाहर पांच कैमरे लगाए गए हैं। - रास्ते में यदि बस खराब होती है तो ड्राइवर तत्काल कंट्रोल रूम को मैसेज दे सकता है।- आईटीएमएस सिस्टम में तीन रूट फीड हैं।- बसों का बैट्री लेवल भी कंट्रोल रूम को पता चल सकेगा।वर्जन आईटीएमएस सिस्टम शुरू कर दिया गया है। एलईडी स्क्रीन के जरिए एक कमरे में बैठकर संचालित होने वाली इलेक्ट्रिक बसों को लोकेशन के अलावा ओवर स्पीड पर पल-पल की नजर है। सिस्टम के माध्यम से बसों की मॉनिटरिंग की जा रही है। अब बस में सफर करना काफी सेफ है। रवि रंजन, ऑपरेशन मैनेजर

Posted By: Inextlive