लड़े तो मिला इंसाफ
कंज्यूमर पर दर्ज थी बिजली चोरी की एफआईआर, कंज्यूमर ने की सीएम पोर्टल पर कंप्लेन तो बनी जांच कमेटी
-जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विजिलेंस के आरोप खारिज, बिजली विभाग ने कंज्यूमर पर लगे दाग से किया बरी sunil.trigunayat@inext.co.in GORAKHPUR: बिजली विभाग में टारगेट पूरा करने की होड़ मची है। गुनाहगार ऐश काट रहे हैं, जबकि बेगुनाहों पर मुकदमें दर्ज कराए जा रहे हैं। ताजा मामला सूरजकुंड की रहने वाली शहनाज बानो पत्नी खुर्शीद आलम खान का है। बिजली विभाग की टीम ने चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया। कंज्यूमर लाख सफाई देता रहा, उसकी एक न सुनी गई। कंज्यूमर ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद महकमा हरकत में आया है और चीफ इंजीनियर ने जांच कमेटी गठित कर दी। कमेटी ने जांच और कंज्यूमर्स के उपलब्ध कराए सुबूत के बाद अपनी रिपोर्ट में बिजली चोरी के आरोपों को खारिज कर दिया।यह थी घटना
-शहनाज बानो पत्नी खुर्शीद आलम का सूरजकुंड एरिया के इलाहीबाग मोहल्ले में मकान है।
-उनके घर पर चार किलोवाट का घरेलू कनेक्शन लगा है, जिसका नंबर 4389054444 है। -कंज्यूमर के पति खुर्शीद आलम का कहना है कि 10 अक्टूबर 2020 को एरिया के जेई व एसडीओ की टीम घर पर पहुंची।-जांच के बाद जेई ने कहा कि मीटर में छेड़छाड़ है। जब उन्होंने कहा कि डिपार्टमेंट ने जैसे मीटर लगाया था, वैसे ही लगा हुआ है। इसके बाद टीम चली गई।
-तीसरे दिन जेई, एसडीओ और विजिलेंस टीम के साथ घर पर फिर आए। टीम ने मीटर उखाड़ कर उसे मौके पर तोड़ दिया। कहा कि मीटर डिस्प्ले बदला गया है। -हमारे विरोध करने पर टीम ने घर की बिजली कटवा दी। यह सारी कार्रवाई सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। लगाई गुहार -कंज्यूमर ने वितरण खंड द्वितीय के एक्सईएन से कंप्लेन की, तो उन्होंने बजाए सॉल्यूशन देने के कहा कि आपके खिलाफ विजिलेंस टीम ने बिजली चोरी का केस दर्ज कराया है। -आप पर स्वीकृत लोड से तीन किलोवाट अधिक लोड का इस्तेमाल व मीटर में छेड़छाड़ का आरोप है। -अब आप शमन शुल्क व राजस्व निर्धारण की रकम जमा करें। उसके बाद ही आपके घर कनेक्शन जुड़ पाएगा। -इसके बाद थकहार कर 28 हजार रुपए शमन शुल्क और 50 हजार रुपए राजस्व निर्धारण का पेमेंट किया। फिर शुरू हुई लड़ाई -इसके बाद कंज्यूमर ने खुद को बेगुनाह साबित करने की ठान ली।-कंज्यूमर ने सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए ऊर्जामंत्री और चीफ इंजीनियर से अपने उत्पीड़न की कंप्लेन दर्ज कराई।
-सभी को सीसीटीवी फुटेज भी मुहैया कराया। -फुटेज में जेई, एसडीओ व विजिलेंस टीम की दबंगई साफ तौर पर नजर आई। -सीएम पोर्टल पर दर्ज कंप्लेन का संज्ञान लेकर चीफ इंजीनियर ने दो अभियंताओं की कमेटी का गठन कर जांच कराई। -जांच कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक कंज्यूमर के घर उपकरणों की जांच में 3919 वॉट का लोड मिला। जो कंज्यूमर के संयोजित भार के अनुरूप है। -विजिलेंस टीम ने एफआईआर में सात किलोवाट लोड के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। विजिलेंस टीम का यह आरोप खारिज कर दिया गया। आप भी रहें अलर्ट, उठाएं आवाज -अगर आपके खिलाफ भी विभाग जबरदस्ती कार्रवाई कर रहा है, तो उनके खिलाफ कंप्लेन दर्ज कराएं। -अगर कोई जांच के लिए आता है, तो उसकी वीडियो रिकॉर्डिग कर लें। -अगर सीसीटीवी नहीं है, तो मोबाइल से ही रिकॉर्डिग करें। -अगर आपके साथ गलत होने तो सीएम पोर्टल पर कंप्लेन करें। -सीएम, ऊर्जा मंत्री के साथ बिजली विभाग के ट्वीटर हैंडल पर भी टैग कर शिकायत दर्ज कराएं। -संबंधित चीफ इंजीनियर के पास लिखित शिकायत भी दर्ज कराएं और इसकी रिसीविंग अपने पास रख लें।-कार्रवाई न होने पर रिमाइंडर करें और अप्लीकेशन की कॉपी संबंधित मंत्री और अधिकारियों को ट्वीट करें।
-एविडेंस को कई जगह पर सेव रखें, जिससे कुछ एरर आने पर परेशानी का सामना न करना पड़े। ट्विटर पर दर्ज कराएं शिकायत सीएम ट्वीटर - @CMofficeUP ऊर्जा मंत्री ट्वीटर - @EMofficeUP, @ptshrikant विभाग का ट्वीटर - @UppclChariman, @cedgkp मामले में दो सदस्यीय टीम गठित की गई थी। जांच रिपोर्ट के जरिए संबंधित विभाग को अवगत कराया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। देवेंद्र सिंह, चीफ इंजीनियर गोरखपुर कॉलिंग अगर आपके यहां भी बिजली मीटर से जुड़ी समस्या हो और अधिकारी मनमानी कर रहे हों तो हमें बताएं।