ऐसे सैकड़ों युवा हैं जो नौकरी पाने के लिए ठगी का शिकार होकर घर का पैसा गंवा बैठे हैं और अब थानों के चक्कर लगा रहे हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखपुर में सबसे अधिक फर्टिलाइज खाद कारखाने और एम्स में जॉब दिलाने के नाम पर ठगी हो रही है। आए दिन ऐसे मामले आते रहते हैं। केस 1जॉब के लिए डेढ़ लाख रुपए की ठगीपिपराइच निवासी प्रभुनाथ से नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए ठगी हो गई। अब पीडि़त गोरखनाथ मंदिर स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में पहुंच कर न्याय की गुहार लगा रहा है। प्रभुनाथ ने बताया कि उसने राम अचल यादव को एंबुलेंस चालक की नौकरी लगवाने के लिए डेढ़ लाख रुपए दिए थे। प्रभुनाथ ने बताया कि पैसे के लिए मुझे खेत बेचना पड़ा। सीएम कार्यालय के निर्देश पर पिपराइच पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।केस 2एम्स में जॉब के नाम पर ठगी


दो फरवरी 2023 में एम्स में वार्ड ब्वॉय की नौकरी दिलाने के लिए 96 हजार की ठगी हो गई। इसमे एम्स की नर्स मीना देवी समेत 3 लोगों पर कैंट थाने में केस दर्ज हुआ।केस 3नौकरी के नाम पर 253 से ठगी

एक मार्च 2022 में खाद कारखाना गोरखपुर में नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को देवरिया एसओजी और पुलिस ने पकड़ा था। आरोपित राहुल यादव, शुभनारायण यादव, कृष्णा यादव के पास से पुलिस को फर्टिलाइजर के 90 गेट पास, एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, 20 नामांकन फार्म, 98 विभिन्य व्यक्तियों के पहचान पत्र और शैक्षिक प्रमाण पत्र बरामद किए। इन्होंने खाद कारखाने में नौकरी दिलाने के नाम पर 253 लोगों से ठगी की थी।ये तीन केस एग्जामपल भर हैं। पब्लिक को भी ये बात समझनी होगी कि कोई भी कदम उठाने से पहले वे ठोक बजा लेें, क्योंकि नौकरी बंट नहीं रही है। इसका एक सिस्टम होता है, उसी के आधार पर किसी भी डिपार्टमेंट या संस्था में ज्वाइनिंग होती है। ऑथराइज वेबसाइट से ही करें आवेदनगोरखपुर में आए दिन सड़कों के किनारे एयरफोर्स में नौकरी और अन्य डिपार्टमेंट में जॉब के इश्तेहार चस्पा किए जाते हैं। अधिकतर इश्तेहार फेक ही होते हैं। सभी अधिकारियों ने भी कई बार अपील की है कि किसी भी डिपार्टमेंट की ऑथराइज वेबसाइट पर ही वेकेंसी से जुड़ी डिटेल मिलती है। इसलिए हर कोई इधर-उधर फेक नंबर पर विश्वास ना करके ऑथराइज वेबसाइट या डिपार्टमेंट में जाकर इसकी असलियत जरूर जांचे।पब्लिक से अपील- फेक इश्तेहारों से बचें।- सोशल मीडिया पर वायरल वेकेंसी को इग्नोर करें।- सड़क पर चस्पा किया इश्तेहार सही नहीं होता है।

- किसी भी नंबर पर कॉल करने से बचें।- गलत नंबर पर कॉल करने से भी आप फ्रॉड के शिकार हो सकते हैं।- सरकारी नौकरी सोशल मीडिया पर नहीं मिलती है, इसलिए पहले जांच परखें।- किसी भी सरकारी या प्राइवेट नौकरी में पैसा नहीं लिया जाता है। कोई पैसा मांगे तो समझ लिजिए की आप फ्रॉड के शिकार होने वाले हैं। सोशल मीडिया और सड़कों पर चस्पा इश्ेतहार पर भरोसा ना करें। पब्लिक को अवेयर होना होगा। कोई भी नौकरी फोन से बात करके नहीं मिलती है। ना ही इसके लिए पहले पैसा देना होता है। डिपार्टमेंट की ऑथराइज वेबसाइट पर ही देखें। हो सके तो उस डिपार्टमेंट में भी इसकी पुष्टि करें।इंदुप्रभा सिंह, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive