गोरखपुर (ब्यूरो)।वर्तमान समय में गल्फ कंट्री में शामिल दुबई सबकी पहली पसंद बना हुआ है। सबसे अधिक लोग गोरखपुर से दुबई कमाने जा रहे हैं। इसके बाद कुछ लोग कतर, मस्कट, सऊदी अरब, कुवैत, यूएई आदि जगहों पर भी रोजी की तलाश में जाने लगे हैं। विदेश मंत्रालय से गोरखपुर में 12 एजेंसियां ऑथराइज हैं। इन एजेंसियों में गल्फ कंट्री जाने वालों के सबसे अधिक आवेदन आते हैं।

पहले होता है इंटरव्यू

इंजीनियरिंग कॉलेज के पास स्थित गोरखपुर मैनपॉवर एसोसिएट्स के संचालक राजेश सिंह ने बताया कि हमारे यहां वीजा का आवेदन करने लोग आते हैं। गोरखपुर के अलावा महाराजगंज और देवरिया के भी लोग यहां पहुंचते हैं। गल्फ कंट्री में जब भी कोई काम आता है तो उसका आवेदन हमारे पास आता है। उसके अनुसार पहले गोरखपुर में ही विदेशी कंपनी आकर इंटरव्यू लेती है। इसके बाद सेलेक्ट आवेदक दो साल के कॉन्ट्रेक्ट पर विदेश कमाने जाता है। सैलरी रहने खाने की सारी बात पहले ही तय हो जाती है।

इसलिए जाते हैं गल्फ कंट्री

अनुज टेक ओवरसीज के संचालक अभय सिंह ने बताया कि गोरखपुर से कमाने के परपज से अधिकतर लोग दुबई जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यहां के लोग गल्फ कंट्री जाना इसलिए पंसद करते हैं कि उनका खर्च कम आता है। जहां यूएस आने जाने में एक से दो लाख रुपए तक खर्च हो जाते हैं। वहीं भी लोगों की पसंद गल्फ कंट्री है, जहां आने-जाने में महज 65 से 70 हजार रुपए खर्च आता है। गल्फ कंट्री में कहीं भी नया काम होता है तो फोरमैन, इंजीनियर और मजदूरी की वेकेंसी हमेशा आती रहती है। अपनी काबिलियत के अनुसार इंटरव्यू देकर लोग यहां से जाते हैं।

हर दिन बनते हैं 600 पासपोर्ट

मेडिकल रोड बशारतपुर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र हर दिन 600 से अधिक पासपोर्ट औसतन बनते हैं। वहीं पासपोर्ट सेवा केन्द्र पर सामान्य के 650, तत्काल के 75 और पीसीसी के 275 समेत डेली 1000 अप्वाइंटमेंट दिए जाते हैं। इसमे बहुत से लोग तो शौकिया पासपोर्ट बनवाते हैं। पासपोर्ट आवेदन में सबसे अधिक संख्या विदेश कमाने जाने वाले लोगों की होते हैं।

गल्फ कंट्री में यहां की डिमांड

दुबई, कतर, मस्कट, सऊदी अरब, कुवैत, यूएई

आने-जाने का खर्च लगभग- 65-70 हजार

सैलरी पैकेज- 25- 70 हजार तक

डेली बनते हैं पासपोर्ट- 600

पासपोर्ट बनवाने के लिए डेली अप्वाइंटमेंट- 1000

यूएस जाने वाले भी लोग आते हैं, लेकिन कमाने के लिए इस समय सबसे अधिक लोग गल्फ कंट्री ही जाना पसंद करते हैं। यहां आना-जाना आसान और जेब पर भी कम भार डालता है।

अभय सिंह, मैनपॉवर एजेंसी संचालक

गल्फ कंट्री की अधिक डिमांड है। वहां जाने से पहले यहां इंटरव्यू हो जाता है। सैलरी रहना खाना सब यहीं तय हो जाता है। इसके बाद लोग विदेश जाते हैं।

राजेश सिंह, मैनपॉवर एजेंसी संचालक