जिला अस्पताल में सीटी स्कैन डेढ़ माह से खराब होने की वजह से जांच के लिए आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जांच कराना मजबूरी है ऐसे में जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज की दौड़ लगानी पड़ रही है. यहां भी एक माह की वेटिंग हैं. ऐसे में लोगों को थक हारकर महंगी फीस पर प्राइवेट सेंटर्स पर जांच करानी पड़ रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो).डेढ़ महीने से जिला अस्पताल की सीटी स्कैन मशीन खराब है। मशीन को ठीक कराने के लिए अस्पताल प्रशासन ने लखनऊ और दिल्ली से इंजीनियर बुलाए गए लेकिन मशीन नहीं ठीक हो सकी। इसके बाद सिंगापुर से मशीन का पार्ट आया, लेकिन पार्ट लगने के बाद भी मशीन नहीं चल सकी। इस दौरान करीब तीन से चार बार इंजीनियर्स मशीन को दुरुस्त करने के लिए आ चुके हैं, लेकिन अभी तक सीटी स्कैन शुरू नहीं हो सका। इसकी वजह से हर दिन जिला अस्पताल से 20 से 25 मरीज सिटी स्कैन के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में 500, बीआरडी में लगते हैं 800 रुपए


जिला अस्पताल में मरीजों का सीटी स्कैन जांच के 500 रुपए लगते हैं तो वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इसके लिए सिर्फ 800 रुपए चुकाने पड़ते हैं। वहीं प्राइवेट सेंटर पर तीन हजार से चार हजार रुपए सिटी स्कैन के लगते हैं। अस्पताल में सिटी स्कैन खराब होने की वजह से जांच के लिए मरीजों को न सिर्फ दूसरे सेंटर की दौड़ लगानी पड़ रही है, बल्कि पैसे भी खर्च करने पड़ रहे हैं। एसी नहीं बता रहा टेंपरेचर

जिला अस्पताल में लगा सिटी स्कैन मशीन हिटैची कंपनी की है। मदर बोर्ड में गड़बड़ी होने की वजह से मशीन नहीं चल पा रही है। एजेंसी से आए इंजीनियर्स ने मशीन को ठीक करने में लगे रहे, लेकिन फॉल्ट पकड़ में नहीं आ रहा है। इसे पाट्र्स भी बदले गए, फिर भी मशीन शुरू नहीं किया जा सका। बताया जा रहा है अभी एसी का काम चल रहा है। टेंपरेचर सही होने के बाद सिटी स्कैन मशीन की गड़बड़ी को दुरुस्त कर चालू किया जाएगा। केस 1-सहजनवां के पाली की रहने वाली आरती देवी मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल हुई थीं। डॉक्टर्स ने सीटी स्कैन की सलाह दी थी। लेकिन मशीन ठीक नहीं होने से उनका सिटी स्कैन नहीं हो सका है। इसकी वजह से पुलिस मामले में केस तक दर्ज नहीं किया। बीआरडी मेडिकल कॉलेज जाने पर एक से दो महीने बाद बुलाया जा रहा है। इसी तरह डेली 20 से 25 मरीज सीटी स्कैन कराए बिना जिला अस्पताल से लौट रहे हैं।

केस 2-उनवल के संग्रापुर की रहने वाली सुमित्रा देवी गांव में मारपीट के दौरान घायल हो गई। उनका पुलिस मेडिको लीगल होना था। जिला अस्पताल में सिटी स्कैन कराने पहुंची तो मशीन खराब होने की वजह से जांच नहीं हो पाई। इसलिए पुलिस ने केस भी नहीं दर्ज किया। मेडिकल कॉलेज में वेटिंग होने की वजह से जांच नहीं हो सकी। जिला अस्पताल में लगे सिटी स्कैन खराब होने की जानकारी है। इस संबंध में जिम्मेदारों को पत्र दिया गया है। एजेंसी के इंजीनियर मशीन को ठीक करने के लिए आए हैं कई पाट्र्स भी बदले गए, लेकिन गड़बड़ी का पता नहीं लग पा रहा है। दो दिन के अंदर मशीन ठीक करवा कर उसे चालू कराया जाएगा। - डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईसी जिला अस्पताल

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