स्कूली बसों से होने वाले हादसे पर अंकुश लगाने की कवायद शुरू कर दी है. बच्चों को घर से स्कूल लाने व ले जाने वाली बसों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस और स्पीड गवर्नर लगाने ही होंगे. इसके तहत स्कूल बसों की अधिकतम रफ्तार 40 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। ऐसा न करने पर विद्यालय प्रबंधक जिम्मेदार होंगे। स्कूल का रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल हो सकता है। यह निर्देश सभी स्कूलों के प्रबंधकों तक जल्द ही पहुंच जाएंगे।2070 स्कूली बसआरटीओ के रिकॉर्ड में करीब 2070 स्कूली बसें रजिस्टर्ड हैं। स्कूल बस से विद्यालय जाने वाले स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर निर्देश जारी किया है। इन निर्देशों का उन्हें पालन करना है। किसी भी तरह से नियम तोडऩे वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आरटीओ के जिम्मेदारों का कहना है कि अगर जांच के दौरान कोई भी बस नियमों का पालन करते हुए नहीं पाई जाती है, तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए जुर्माना तो लगाया जाएगा ही, वहीं स्कूल बस का रजिस्ट्रेशन भी कैंसिल कर दिया जाएगा। इन नियमों का करना होगा पालन स्कूली बसों के खिड़की के शीशे ठीक तरीके से बंद होने चाहिए।


इनमें अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटे निर्धारित करने वाले स्पीड गवर्नर लगे होने चाहिए।हर स्कूल बस में जीपीएस व सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगे होने चाहिए।स्कूल वाहन को हर हाल में चालू हालत में होना चाहिए। खराब या खटारा वाहनों का स्कूल बस के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। बस में ट्रांसपोर्ट मैनेजर, एक प्रशिक्षित लेरूी अटेंडेंट जरूर मौजूद रहे

किसी भी आपात स्थित के सूचना देने के लिए बस में स्कूल की ओर से एक मोबाइल फोन भी जरूर मुहैया कराया जाना चाहिए।बस में सवारी करने वाले स्टूडेंट्स से ड्राइवर के व्यवहार के बारे में जानकारी भी नियमित रूप से मांगी जानी चाहिए। बसों में अलार्म बेल और सायरन भी जरूर लगे होने चाहिए। नियमों का पालन नहीं करने पर स्कूल प्रबंधकों के लिए चेतावनी भी जारी की जाएगी। इतना ही नहीं बसों में रख-रखाव और निर्धारित मानकों पर उनके खरा नहीं उतरने के लिए विद्यालय प्रबंधक को जिम्मेदार माना जाएगा। - इसमें किसी भरी किस्म की कोताही बरतने पर स्कूल बस का रजिस्ट्रेशन कैंसिल भी किया जा सकेगा। साल के चर्चित हादसे - 22 दिसंबर 2023 को सिकरीगंज स्थित यूएस सेंट्रल एकेमी स्कूल की बस अलग-अलग गांव के बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। स्कूल से महज तीन सौ मीटर पहले डंपर को ओवर टेक करने के चक्कर में तेज रफ्तार स्कूल बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई, जिसमें 2 स्कूली बच्चों की मौत हो गई।

18 दिसंबर 2022 खोराबार थाना एरिया के एनएच 28 गोरखपुर-कुशीनगर फोरलेन पर रघुनाथपुर गांव के पास बस साइकिल सवार को बचाने के लिए पलट गई। स्कूली बस में सवार बच्चों घायल हो गए। 28 जुलाई 2022 हादसा गीडा थाना एरिया के गाहासाड़ में जेवियर्स स्कूली बस पटलने से आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों को स्कूल के प्रबंधक ने प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजकर इलाज कराया। बच्चों को घर से स्कूल लाने व ले जाने वाली बसों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस और स्पीड गर्वनर लगे होना चाहिए। यदि जिन बसों में नहीं लगे हैं वह लगवाते। जांच के दौरान पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी। - अरुण कुमार, एआरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive