केंद्र सरकार के क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल फॉर रीजनल इनफ्लूएंजा के तहत गाइडलाइंस जारी की गई है. इसके बाद से ही जिला प्रशासन व हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट मोड में आ गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।किसी भी दशा में बच्चे, बुजुर्ग और गंभीर बीमार से जूझ रहे मरीजों पर विशेष ध्यान रखने की नसीहत दी गई है। इसके लिए जिला अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज, सीएचसी-पीएचसी पर आने वाले बच्चे, बुजुर्ग और गंभीर मरीजों के नाम, पता और उम्र के साथ उनके मोबाइल नंबर नोट करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।बच्चे और बुजुर्गों पर खास ध्यान


तेजी के साथ फैल रहे इनफ्लूएंजा को लेकर सरकार एलर्ट मोड में आ चुकी है। गाइडलाइन में बच्चे, बुजुर्ग पर फोकस किया गया है। हेल्थ डिपार्टमेंट की मानें तो 6 महीने से 8 साल तक के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र वालों के लिए ज्यादा सतर्कता बरतनी है। इन लोगों को जोखिम समूह में शामिल करते हुए इनके वैक्सीनेशन के भी निर्देश दिए गए हैं। यह वायरस 7 दिनों तक पनप सकता है। व्यस्कों को अधिकतम 7 दिन, जबकि बच्चों को 14 दिन तक इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जाएगा। हॉस्पिटल को ट्रेनिंग देना है। उसे ओसेल्टामिविर टेबलेट उपलब्ध कराई जाएगी।ऑक्सीजन लेवल कम तो होंगे एडमिट

मरीजों को ऑक्सीजन लेवल 90 या उससे कम की स्थिति में मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट करने केसाथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल को भी फॉलो करने की बात कही गई है। केंद्र से एडवाइजरी मिलने के बाद हेल्थ डिपार्र्टमेंट में ऑक्सीजन लेवल मॉनीटरिंग पर खासा जोर दिया है। 90 से कम ऑक्सीजन लेवल पर तत्काल भर्ती के साथ इनफ्लूएंजा के जद में आने वाले मरीजों को उसे 'ओसेल्टामिविर दवा देने की बात कही गई है। इन गंभीर लोगों के लिए जारी हुआ एसओपी - बुजुर्ग - मोटापे से ग्रसित- क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी (सीओपीडी) - डायबिटीज पेशेंट्स - कार्डियोवैस्कुलर पेशेंट्स- किडनी या जिगर की बीमारी से ग्रसितइक्या है प्रमुख लक्षण - - 3 से 8 दिनों तक 101 से 104 तक बुखार।- चेहरा गर्दन छाती के ऊपर की त्वचा लाल होना।- आंखें लाल हो सकती हैं, पानी भी रिस सकता है।- नाक बहना और बच्चों के लिफ्सनोड में बढ़ोतरी होना।यूं बरते सावधानी - कोरोना संक्रमण के समय जारी गाइडलाइंस का पालन करें।- संक्रमण रोकने के लिए हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।- मास्क को पहने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे।- छींकते-खांसते समय अपने मुंह को पूरी तरह से ढक कर रखें।ऐसेे करना है तैयारी - हेल्थ एक्सपर्ट में एक फिजीशियन, एक एपिडेमियोलॉजिस्ट, एक पैथोलॉजी, लैब टेक्नीशियन और एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट की टीम बनाई जाएगी।

- टोल फ्री नंबर 1810180514 पर ले सकते हैैं सुझाव - इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर के इन नंबर पर कर सकते हैं कॉल - 9532041882, 9532797104 बच्चे, बुजुर्ग और गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को इनफ्लूएंजा से सतर्क रहना है। इसलिए बुखार, बदन दर्द और खांसी आ रही हो तो तत्काल डाक्टर से दिखा लें, जिला अस्पताल, सीएचसी पीएचसी पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैैं। दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में आ चुकी हैैं। - डॉ। आशुतोष दुबे, सीएमओ

Posted By: Inextlive