गोरखपुर जेल में बंद बंदियों को अब चटपटा खाना और शाम के समय चाय बिस्कुट नाश्ते में दिया जाएगा. जेल के नए मैन्युअल में प्रत्येक बंदियों के खाने में मसाले की मात्रा बढ़ा दी गई है. जबकि बंदियों का ब्लड प्रेशर हाई ना रहे इसके लिए नमक की मात्रा घटा दी गई है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इसी तरह होली, दिवाली में खीर और ईद में बंदियों को दूध और खोवे से बनी सेंवई परोसी जाएगी। नए मैन्युअल के अनुसार अब जेल के खाने और नाश्ते में कई और परिवर्तन किए गए हैं। दो दिन डबल रोटी, 3 दिन दलियाबंदियों को अब जेल में भरपुर नाश्ता दिया जाएगा। सप्ताह में 3 दिन सुबह के समय दलिया और 2 दिन नाश्ते में प्रत्येक बंदी को एक-एक डबल रोटी 100 ग्राम की दी जाएगी। इसके साथ ही सुबह नाश्ते में बाकी बचे दो दिन उबला और छौंका गया चना प्रत्येक बंदियों को दिया जाएगा। डेली मिलेगा 50 ग्राम गुड़


जैसा कि गर्मियों के समय गुड़ सेहत के लिहाज से सबसे अच्छा माना जाता है। बंदियों की सेहत अच्छी रहे, इसके लिए प्रत्येक बंदियों को हर दिन 50 ग्राम गुड़ दिया जाएगा। वहीं शाम के समय पहले बंदियों का नाश्ता नहीं मिलता था। नए मेन्युअल के अनुसार अब उन्हें शाम को भी चाय, बिस्कुट डेली दिया जाएगा। रविवार को मिलेगा स्पेशल खाना किसी महीने के पहले, तीसरे और आखिरी रविवार को बंदियों को शाम के समय स्पेशल खाना दिया जाएगा। स्पेशल खाने में पूड़ी, सब्जी, हलुवा समेत अन्य डिश शामिल हैं। इस के अलावा त्योहार के दिन स्पेशल खाना दिया जाएगा। मसाला बढ़ा, नमक घटा

पहले एक बंदी पर 0.15 ग्राम के हिसाब से मसाला यूज किया जाता था। अब इसकी क्वांटिटी बढ़ाकर 0.25 ग्राम कर दी गई है। वहीं पहले एक बंदी पर 10 ग्राम नमक खर्च किया जाता था। अब नमक की क्वांटिटी घटाकर 5 ग्राम कर दी गई है। इसी तरह रिफाइंड और तेल की मात्रा भी बढ़ाई गई है। सुबह का नाश्तादिन नाश्ता प्रत्येक बंदी की क्वांटिटी3 दिन - दलिया 60 ग्राम, 20 ग्राम चीनी2 दिन - डबल रोटी 100 ग्राम2 दिन - उबला और छौंका चना 45 ग्राम चनारोज मिलेगा - गुड़ 50 ग्रामजेल में बंदियों का आंकड़ा

कुल बंदियों की संख्या - 1967अंडर ट्रॉयल बंदी - 1597सजायाफ्ता पुरूष बंदी - 370महिला बंदियों की संख्या - 110सजायाफ्ता महिला बंदी - 27अंडर ट्रायल महिला बंदी - 83बैरक की संख्या - 29 जेल के नए मैन्युअल में बंदियों की सेहत को ध्यान में रखकर लजीज और चटपटा खाना उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। पहले बंदियों का थोड़ा फीका था। जिसे चटपटा करने के लिए मसाला की क्वांटिटी बढ़ाई गई है। सेहत को ध्यान में रखकर नमक की क्वांटिटी घटाई गई है। दिलीप कुमार पाण्डेय, गोरखपुर जेल अधीक्षक

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