परिषदीय स्कूलों के अब अच्छे दिन आने वाले हैं. यहां के स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए लगातार काम हो रहा है. इसी क्रम में जिले के 10 सर्वश्रेष्ठ परिषदीय स्कूलों को हाईटेक सुविधा से लैस कर मॉडल विद्यालय बनाया जाएगा. बीएसए ऐसे स्कूलों का स्थलीय सत्यापन व आवश्यकताओं का आंकलन कर कार्ययोजना तैयार करेंगे. जरूरत के आधार पर भविष्य में इन स्कूलों में कंप्यूटर लैब साइंस लैब लाइब्रेरी व स्मार्ट क्लास की स्थापना की जाएगी.


गोरखपुर (ब्यूरो).साइट प्लान बनाने के लिए सेलेक्ट हुए प्रति स्कूल को एक हजार रुपए मिलेंगे। योजना के अंतर्गत क्लास एक से आठ तक के ही स्कूल ही हाईटेक किए जाएंगे। इन स्कूलों के सेलेक्शन के लिए शिक्षा विभाग काम कर रहा है।बनेंगे 5 हजार मॉडल स्कूलशासन ने पांच वर्षों में 5000 अभ्युदय कम्पोजिट स्कूलों को माडल स्कूलों की तरह विकसित करने का ऐलान किया है। अभी तक इसकी विस्तृत गाइडलाइन जारी नहीं हो पाई है लेकिन इस बीच विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए हर जिले में 10-10 अच्छे स्कूलों का चयन कर गैप एनालिसिस किया जा रहा है। मसलन स्कूलों में शौचालय, टाइल्स, रंगाई-पुताई, ब्लैकबोर्ड, चारदीवारी या अन्य चीजे हैं तो वहां कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास आदि स्थापित कर उसे अभ्युदय कंपोजिट स्कूल बनाया जाएगा।तैयार करना होगा वीडियो


स्टीमेट बनाने से पहले स्कूल परिसर के सभी भौतिक परिवेश का आंकलन करने के लिए 60 सेकेंड का वीडियो तैयार करना होगा। जिससे स्कूल के बारे में समस्त जानकारी हासिल की जा सके। स्कूल अपने स्तर से भी कर रहे तैयारी

तमाम हाईटेक सुविधाओं से लैस होने के लिए स्कूल अपनी तरफ से भी तैयारियां कर रहा है। स्कूल के टीचर अपने स्कूलों में तमाम एक्टिीविटी कराकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। जिससे उनके स्कूल का नाम जिले के टॉप 10 स्कूलों में आ जाए। फिलहाल शासन की मंशा के अनुसार स्कूल में स्पेस और अन्य सुविधाओं का भी ध्यान देना ही होगा। तब जाकर बात बनेगी। गोरखपुर में परिषदीय स्कूल - 2500स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे- 3.5 लाखशासन स्तर से प्रस्ताव मांगा गया है। दस स्कूलों को चिह्नित कर प्रस्ताव भेज दिया जाएगा, ताकि आगे की कार्रवाई हो सके। सेलेक्ट हुए दस स्कूलों को हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। -रमेंद्र कुमार सिंह, बीएसए

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