अब क्राइम रोकने के लिए पुलिस करेगी लोगों को जागरूक
GORAKHPUR: तमाम तरह की जालसाजी से लेकर ऑनलाइन ठगी पर अंकुश लगाने के लिए नवागत एसएसपी शलभ माथूर ने एक अनोखी पहल शुरू की है। पुलिस कप्तान का मानना है कि पुलिस व साइबर सेल ऐसे अपराध का वर्कआउट करने के लिए मौजूद है, लेकिन अगर इसके प्रति पब्लिक खुद जागरूक हो तो इसपर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा। ऐसे में अब गोरखपुर पुलिस इस तरह के क्राइम के लिए जागरूकता अभियान चलाएगी। इसके लिए एसएसपी ने सभी थानेदारों को निर्देश जारी किया है।
लगातार चलेगा अभियानएसएसपी शलभ माथूर के मुताबिक यह अभियान पुलिस की ओर से एक-दो बार नहीं, बल्कि लगातार चलाया जाएगा। साथ ही वे यह भी मानते हैं कि पुलिस के ऊपर काम का अधिक बोझ होता है। ऐसे में काम के साथ इस तरह का अभियान चलाना थोड़ा मुश्किल तो होगा। बावजूद इसके उन्होंने थानेदारों को निर्देशित किया है कि इसके लिए वह अपने काम के मुताबिक समय निर्धारित कर लें। ताकि जगह-जगह अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके।
ट्रेस करना होता है मुश्किलएसएसपी का मानना है कि ऑनलाइन ठगी और जालसाजी के मामलों में कई बार अपराधी शहर ही नहीं बल्कि राज्य या देश से काफी दूर होते हैं। ऐसे में उन्हें ट्रेस कर कार्रवाई करने में पुलिस या साइबर सेल को काफी दिक्कतें होती हैं। कई मामलों में तो चाहकर भी पुलिस उनकी परछाई तक नहीं छू पाती। लेकिन उनका मानना है कि अगर लोगों को इस तरह के क्राइम के ट्रेंड पता होगा और वह इसके लिए जागरूक होंगे तो जालसाज उन्हें अपने झांसे में नहीं ले पाएंगे।
एक्सपर्ट करेंगे जागरूकऐसे में अब पुलिस की ओर से यह अभियान स्वंय सेवी संस्थाओं और समाजसेवियों की मदद से स्कूल, कॉलेजों और विभागों में चलाया जाएगा। जिसमें साइबर क्राइम के एक्सपर्ट के अलावा स्थानीय पुलिस शामिल होगी। इतना ही नहीं अब तक पुलिस के पास आए इस तरह के मामलों की भी एसएसपी बकायदा लिस्टिंग करा रहे हैं। ताकि लोगों को यह बताया जा सके कि जालसाज किन-किन तरीकों से लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं। ऐसे में एसएसपी की यह पहल अगर जमीनी स्तर पर कारगर हुई तो जालसाजी के मामलों पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा।बैंक, एटीएम या तमाम तरह के लुभावने ऑफर का लालच देकर जालसाज लोगों को ठग रहे हैं। पुलिस के पास लगातार इस तरह के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए जागरूकता अभियान चलाने की पहल शुरू की जा रही है। इससे इस तरह के मामलों पर काफी हद तक अंकुश लग सकेगा।
शलभ माथूर, एसएसपी