GORAKHPUR : हम एक बार जीते है एक बार मरते है शादी भी एक बार होती है और प्यार भी एक बार होता है. मगर सबको जिंदगी में एक बार प्यार होता जरूर है. फिर चाहे वह प्यार आखिरी मंजिल तक पहुंचे या फिर आधे रास्ते में ही उसे दम तोडऩा पड़े. मगर प्यार करने वाले कभी हार नहीं मानते और न ही अपने प्यार को दिल से निकाल पाते है. तभी शायद बड़े-बड़े शायर और कवि भी अपनी लाइनों में यह लिखना नहीं भूले कि पहला प्यार कभी भुलाया नहीं जा सकता. ऐसा लिखा किताबों में खूब पढ़ा होगा और फिल्मों के बड़े पर्दे पर देखा भी होगा. मगर यह हकीकत है. इस हकीकत का पता आई नेक्स्ट की ओर से हुए वेलेंटाइन डे के स्पेशल सर्वे में सामने आया. सर्वे में हर एजग्रुप के लोगों ने पार्टिसिपेट किया. फेसबुक पर भी लोगों ने अपना तर्क रखा. सर्वे में एक बड़े ग्रुप ने माना कि उन्हें प्यार हुआ है और पहले प्यार को भुलाना आसां नहीं होता.


प्यार की कोई एज नहीं होती


मुंबई और दिल्ली की फिल्मी कहानियों के साथ-साथ प्यार के किस्से तो जगजाहिर है। मेट्रो सिटी में भी प्यार को गलत नहीं समझा जाता और लव-मैरिज धूमधाम से होती है। मगर पूर्वांचल, जहां लोग अभी भी 19वीं सदी में जी रहे है। इसके बावजूद प्यार और उसके किस्से कम नहीं है। क्योंकि किसी ने सही कहा है प्यार कब होता है, यह किसी को मालूम नहीं पड़ता। आई नेक्स्ट के सर्वे में यह बात साबित भी हो गई जब 92 परसेंट लोगों ने खुल कर कहा कि उन्होंने प्यार किया है। इसमें सिर्फ यूथ नहीं बल्कि हर एजग्रुप के लोग शामिल है। ब्वायज और गल्र्स ने भी अपना तर्क बढ़चढ़ कर रखा। 66 परसेंट लोगों ने माना कि प्यार 18 साल के बाद ही होता है। क्योंकि तब ही लोगों को प्यार का असली मायने समझ आता है। मगर 26 परसेंट लोग ऐसे भी है, जिन्हें 18 साल से कम एज में ही प्यार हो गया। मतलब जिसने भी कहा है, सही कहा है कि प्यार करने की कोई एज नहीं होती। जो भूल जाए वह पहला प्यार नहीं

प्यार एक बार होता है और वह दिल में बस जाता है। फिर चाहे उसे अपनी मंजिल मिले या न मिले, मगर दिल से दूर करना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे कई डायलॉग रोमांटिक फिल्मों देखा और बुकों में पढ़ा होगा, मगर यह हकीकत है। आई नेक्स्ट के सर्वे में 28 परसेंट लोगों का प्यार शादी की मंजिल तक पहुंच गया। मगर 30 परसेंट लोग ऐसे भी है, जिनके प्यार ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मगर 76 परसेंट लोगों ने यह माना कि पहले प्यार को दिल से निकालना तो दूर एक पल के लिए भुलाना भी मुश्किल होता है। प्यार करने का कोई समय नहीं होता। एक नजर मिली और प्यार हो गया। एक झटके में उसकी अदा यूं भाई कि मर-मिटने को तैयार हो गए। ऐसा इसलिए होता है कि प्यार में दिल का रिश्ता होता है। फिर अगर दिल में रहने वाला सामने आएगा तो नजरें तो मिलेंगी ही और अपनापन लगेगा ही। सर्वे में 48 परसेंट लोगों ने लव एट फस्र्ट साइट पर बिलीव किया।मिलन का नाम नहीं है प्यार

प्यार हर किसी को होता है। इसका मतलब यह जरूरी नहीं कि प्रेमिका ही हमसफर बने। ऐसा भी मुमकिन है कि हमसफर प्रेमिका बन जाए। क्योंकि प्यार शादी के बाद भी होता है। जो कुछ साल नहीं बल्कि सात जन्मों तक साथ रहता है। सर्वे में 72 परसेंट लोगों ने इस बात में हामी भर कर इसे सही साबित कर दिया। प्यार को शादी, सेक्स या मिलन से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए। क्योंकि प्यार वह भी है, जब प्रेमिका शादी के बाद वाइफ बन जाए और प्यार वह भी है जब हमसफर न बनने के बावजूद उसकी मदद को दिल हर पल तैयार रहे। तभी सर्वे में 48 परसेंट लोगों ने माना कि प्यार की कोई परिभाषा नहीं होती। वहीं 42 परसेंट लोगों ने प्यार का मतलब समर्पण बताया।क्या आपने कभी प्यार किया है?हां                  92 परसेंटनहीं                 8 परसेंटकह नहीं सकते     0 आपको पहला प्यार किस एज में हुआ?18 साल से पहले     26 परसेंट18 साल के बाद      66 परसेंटकभी नहीं             8 परसेंटक्या आपका प्यार शादी की मंजिल तक पहुंच पाया?हां                   28नहीं                 30अभी नहीं           42क्या आप अपने प्यार को भुला पाए हैं?हां                   12नहीं                 76कह नहीं सकते     12क्या आप लव एट फस्र्ट साइट में बिलीव करते हैं?हां                 48 नहीं               30कह नहीं सकते    22क्या शादी के बाद प्यार हो सकता है?हां                 72नहीं               12कह नहीं सकते    16आपके लिए प्रेम का मतलब क्या हैसमर्पण             42मिलन              10
अपरिभाषित        48

Posted By: Inextlive