Gorakhpur : एक ओर आई नेक्स्ट की टीम जहां गोरखपुर रेलवे स्टेशन के सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स का रियल्टी चेक कर रही थी वहीं दूसरी तरफ एक लावारिस बैग ने गोरखपुर पुलिस के सुरक्षा दावों की हवा निकाल कर रख दी. पटना कांड के बाद एक्टिव होने का दम भरने वाली पुलिस ट्यूज्डे को असहाय नजर आई. डिपार्टमेंट के पास मौके पर बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड तक मौजूद नहीं थी. इमरजेंसी सिचुएशन से निपटने की बजाय पुलिस सीमा विवाद में एक घंटे तक उलझी रही.


गांधी प्रतिमा पर मिला लावारिस बैग टाउनहाल स्थित गांधी प्रतिमा के चबूतरे पर नीले रंग का लावारिस बैग होने की सूचना होटल कर्मचारियों ने ट्यूजडे नाइट 8.20 पर पुलिस को दी। करीब आधे घंटे से लावारिस बैग पड़े होने की जानकारी से आस-पास के लोगों में सनसनी मच गई थी। सूचना पर कोतवाली और कैंट थाने की फोर्स मौके पर तो पहुंची मगर लावारिस बैग से निपटने की जगह कैंट और कोतवाली पुलिस सीमा विवाद में उलझ गई। करीब एक घंटे तक यही ड्रामा चलता रहा।सिटी में नहीं है बम निरोधक दस्ता
लावारिस बैग की जांच करने 9.20 पर एंटी सबोटाज टीम मौके पर पहुंची। जब मशीन से बैग चेक किया गया तो मेटल डिटेक्टर ने संदिग्ध चीज होने का इशारा किया जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। पुलिस का डॉग स्कवायड मौके पर पहुंचा और पड़ताल की। सिटी में बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड न उपलब्ध होने के चलते एंटी सबोटाज टीम ने हिम्मत दिखाई और बैग को खोलकर देखा। पुलिस अफसरों के अनुसार राहुल गांधी की रैली के लिए बॉम्ब डिस्पोजल स्क्वायड सलेमपुर में है जिसके चलते टीम मौके पर नहीं पहुंच सकी। बैग खुलने के बाद पुलिस और आस-पास के लोगों ने राहत की सास ली। बैग में कुछ कपड़े और महिलाओं का सामान बरामद हुआ।

Posted By: Inextlive