सस्ते किराए में एसी का सफर कराने वाली इलेक्ट्रिक बसें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में लोगों की पहली पसंद बनती जा रही हैं. खासतौर पर पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इसे ज्यादा तवज्जो दे रही हैं. ड्राइवर्स की मानें तो जहां इलेक्ट्रिक बसों में 60 परसेंट महिलाएं सफर कर रही हैं वहीं पुरुष की तादाद महज 40 परसेंट ही है. सफर करने वालों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है. यही वजह है कि अप्रैल महीने में इन बसों से 32 लाख रुपए की कमाई हुई है.


गोरखपुर (प्रांजल साहू).इलेक्ट्रिक बसों में पैसेंजर्स लोड फैक्टर की बात करें तो यह 50 से ऊपर पहुंच गया है। इन बसों में कैमरे और पैनिक बटन की व्यवस्था होने से महिला पैसेंजर्स का भरोसा भी बढ़ा है और वह बजाए ऑटो या रिक्शा लेने के इन बसों में ही सफर को प्रिफरेंस दे रही हैं। बस में होने वाली रिकार्डिंग के चलते महिला यात्री खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। डिपो मैनेजर केके तिवारी ने बताया कि अभी तो मात्र तीन रूटों पर ही इन बसों का संचालन किया जा रहा है। जल्द ही नई इलेक्ट्रिक बसें आनी है। इसके बाद रूट और बढ़ाए जाएंगे, जिससे अधिक से अधिक पैसेंजर्स को इस सुविधा का लाभ मिल सके। 15 बसों का हो रहा संचालन


महानगर में 15 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है। नगर विकास ने 25 बसों के संचालन की अनुमति दी है, लेकिन अभी 10 बस नहीं मिली हैं। कम संख्या में बस होने के बाद भी लगातार कमाई बढ़ रही है। नगर निगम को 54 सीटर दो और इलेक्ट्रिक बसें मिल चुकी हैं। एक बस की कीमत 1.38 करोड़ रुपए हैं। इन बसों को एयरपोर्ट से रामगढ़ताल, नौकायन, चिडिय़ाघर आदि स्थानों पर चलाने की योजना है। अगले सप्ताह से यह बस भी सड़क पर आ जाएगी।

इलेक्ट्रिक बस सुविधाजनक और सुरक्षित होने के साथ ही सस्ती भी है। इलेक्ट्रिक बस में सफर करना सुरक्षित है। साथ ही इसमें सुरक्षा के भी भरपूर इंतजाम हैं। नेहा सोनकर, पैसेंजर इलेक्ट्रिक बस पूरी तरह से हाईटेक हैं। बस एसी होने की वजह से गर्मी में काफी राहत है। बस में सफर करना अच्छा लगता है। यह बस प्रदूषण मुक्त है। इसलिए बस में अक्सर सफर करती हूं।चांदनी पांडेय, पैसेंजर इलेक्ट्रिक बस में महिला पैसेंजर्स की संख्या बढ़ रही है। जल्द ही दस और बस आने की उम्मीद है। दो नई बसों का किराया तय होने जा रहा है। यह बस सड़क पर आएंगी तो और कमाई होगी। - केके तिवारी, डिपो इंचार्ज

Posted By: Inextlive