डबल मर्डर में 31 मई को किया गया था अरेस्ट कमजोर लिखा पढ़ी का कानूनी दांवपेंच में उठाया फायदा GORAKHPUR: रामनगर कड़जहां निवासी चचेरे भाइयों कृष्णा और दिवाकर के मर्डर में शामिल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही एसओ को भारी पड़ेगी. डबल मर्डर की साजिश रचने अभियुक्तों को शरण देने के आरोपित

डबल मर्डर में 31 मई को किया गया था अरेस्ट

कमजोर लिखा पढ़ी का कानूनी दांवपेंच में उठाया फायदा

GORAKHPUR:

रामनगर कड़जहां निवासी चचेरे भाइयों कृष्णा और दिवाकर के मर्डर में शामिल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही एसओ को भारी पड़ेगी। डबल मर्डर की साजिश रचने, अभियुक्तों को शरण देने के आरोपितों के जेल से छूटने पर माहौल गर्म है। आरोप है कि थानेदार ने साजिशकर्ता को बचाने के लिए कानूनी दांवपेंच का सहारा लिया। लापरवाही सामने आने पर एसएसपी ने थानेदार की भूमिका की जांच का निर्देश दिया है। हालांकि इस प्रकरण में एसओ ने माफीनामा दिया है। एसएसपी ने कहा कि पूरे प्रकरण की दोबारा जांच कराई जा रही है। सभी अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई होगी। गैंग रजिस्टर्ड करके गुंडा और गैंगेस्टर एक्ट में पाबंद किया जाएगा। इस प्रकरण में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से समाचार का प्रकाशन किया था। इसे संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने जांच बिठाई।

31 को भेजे गए जेल, पांच को हो गई रिहाई

24 मई की दोपहर रामनगर कड़जहां निवासी चचेरे भाई कृष्णा और दिवाकर अपने परिचित मुकेश संग बाइक से दावत खाने गए। झंगहा के गौरीघाट में दावत के दौरान ही बदमाशों ने नाइन एमएम पिस्टल से ताबड़तोड़ गोली मारकर कृष्णा और दिवाकर की हत्या कर दी। इस मामले में परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया। घटनास्थल से फरार मुकेश को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ किया तो अभियुक्तों का नाम सामने आया। 27 मई को घटना की साजिश रचने के आरोपित राणा सिंह सहित अन्य को बचाने का आरोप लगाते हुए पब्लिक ने रामनगर कड़जहां में देवरिया रोड पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। पुलिस उनको हटाने पहुंची तो पथराव होने लगा। लाठी चार्ज करके पुलिस ने भीड़ को काबू में किया। बवाल देखते हुए अधिकारियों ने एसपी सिटी और एसपी नार्थ की मानीटरिंग में टीम का गठन किया। महादेव और महाकाल व्हाट्सएप ग्रुप के बीच वर्चस्व को लेकर हुए मर्डर में पुलिस ने 12 लोगों को चिहिंत किया। 31 मई को पुलिस ने नौ आरोपियों को अरेस्ट करके जेल भेजा। इनमें साजिशकर्ता बताए जा रहे जंगल रामलखना के राणा प्रताप सिंह व अन्य को जमानत मिल गई। जबकि 10 हजार के इनामी राहुल और विक्कू पासवान की तलाश चल रही है।

इनको किया था अरेस्ट

खोराबार के जंगल रामलखना निवासी अमन पटेल उर्फ गोलू, अमिष सिंह उर्फ विवेक, झंगहा के गहिरा चौबे टोला का अभिषेक उर्फ निशू चौबे, मोतीराम अड़्डा के कोइरान का सत्यम यादव, झंगहा के बरगदवां निवासी अनिकेत यादव उर्फ विशाल, खोराबार के नौवा अव्वल के अभिजीत यादव और साजिशकर्ता खोराबार के पोछिया ब्रह्मस्थान निवासी शशि यादव, जंगल रामलखना के राणा प्रताप सिंह और शरणदाता गजपुर के सोनू उर्फ शिवाजी चौधरी जेल भेजे गए थे। फरार तीन अभियुक्तों में एक अन्य सनी उर्फ सत्येंद्र को पुलिस ने छह जून को अरेस्ट किया था।

पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। अभियुक्तों के खिलाफ लिखापढ़ी में थानेदार से क्या लापरवाही हुई है। इसका ब्यौरा तलब किया गया है। सभी आरोपितों के खिलाफ गुंडा और गैंगेस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी। उनके खिलाफ झंगहा, खोराबार सहित किन- किन थानों में मुकदमे दर्ज हैं। इसका रिकार्ड भी तलब किया गया है। राणा और उनके परिवार के सदस्यों की क्रिमिनल हिस्ट्री खंगाली जा रही है।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive