गोरखपुर के लिए मंगलवार का दिन स्वर्णिम और मंगलकारी रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर के फर्टिलाइजर ग्राउंड से खाद कारखाना एम्स और आरएमआरसी लैब का बटन दबाकर इनॉगरेशन किया. 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट के इनॉगरेशन के साथ पूरा कार्यक्रम स्थल भारत माता की जय और मोदी-मोदी से गूंज उठा. उद्घाटन होते ही खाद कारखाना में नीम कोटेड यूरिया का प्रोडक्शन भी शुरू हो गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)। सीएम योगी के विकास कार्यों की सराहना करते हुए पीएम ने कहा, गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स की शुरुआत एक साथ अनेक संदेश दे रही है। यह डबल इंजन की सरकार में डबल तेजी से काम का प्रमाण है। डबल इंजन की सरकार पर पूरे यूपी को भरोसा है। यह इस बात का भी संदेश है कि जब नेक नीयत से काम होते हैं तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बनती हैं। इस दौरान उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए गए विपक्ष पर निशाना भी साधा। इससे पहले सीएम योगी ने पीएम को अंग वस्त्र ओढ़ाकर और टेराकोटा से तैयार गणेश जी की प्रतिमा भेंटकर स्वागत किया। नया भारत ठान लेता है तो कुछ भी असंभव नहीं


पीएम मोदी मंगलवार को गोरखपुर में खाद कारखाना, एम्स और आरएमआरसी के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। पीएम मोदी ने कहा, गरीबों, शोषितों, वंचितों की सेवा करने वाली सरकार परिश्रम करती है तो परिणाम भी दिखाई देता है। पीएम ने कहा कि आज का यह आयोजन इस बात का भी सबूत है कि नया भारत ठान लेता है तो कुछ भी असंभव नहीं है।सस्ती मिल रही गैस

पीएम ने कहा, बंद खाद कारखानों को चालू करने पूरी ताकत लगाई गई। इसी के अंतर्गत गोरखपुर और देश के चार और बंद पड़े कारखाने चुने गए। उनमें से एक आज गोरखपुर में शुरू हो गया है, बाकी अगले वर्षों में चालू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्लांट शुरू कराने को लेकर एक और भागीरथ कार्य किया गया। भागीरथ जी गंगा जी को लाए थे, वैसे ही कारखानों में ईंधन की उपलब्धता के लिए पीएम ऊर्जा गंगा को लाया गया। इसके लिए हल्दिया से जगदीशपुर तक पाइप लाइन बिछाई गई। इससे कारखाने को ईधन मिल ही रहा है, पूर्वी भारत के दर्जनों जिलों में पाइप से सस्ती गैस भी मिल रही है।योगी सरकार की पीएम ने की तारीफ

पीएम ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। उन्होंने कहा, योगी सरकार ने गन्ना किसानों के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं। किसानों के हित में गन्ने का लाभकारी मूल्य बढ़ाया है। पूर्व की दो सरकारों ने 10 साल में भी ऐसा नहीं किया था। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का यह बड़ा क्षेत्र सिर्फ एक मेडिकल कॉलेज के भरोसे था। गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को इलाज के लिए लखनऊ और वाराणसी जाना पड़ता था। 5 वर्ष पहले यहां इंसेफलाइटिस की क्या स्थिति थी, यह मुझसे बेहतर आप सभी लोग जानते हैं। मेडिकल कॉलेज में रिसर्च के लिए भवन तक नहीं था। आप लोगों ने सेवा का अवसर दिया तो इतना बड़ा एम्स बनकर तैयार है और आरएमआरसी की बिल्डिंग भी। पीएम ने कहा कि जब मैं एम्स का शिलान्यास करने आया था तो कहा था कि इंसेफलाइटिस से राहत दिलाने को जमकर और मिलकर मेहनत करेंगे। आज वह मेहनत जमीन पर दिख रही है। पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 9 मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण का अवसर भी मुझे प्राप्त हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और इसी से यूपी 17 करोड़ कोविड वैक्सिनेशन के पड़ाव पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि उनके लिए 130 करोड़ देशवासियों नक स्वास्थ्य, सुविधाए समृद्धि सर्वोपरि है। अब निवेश के लिए आते हैैं यूपी पीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी में डबल इंजन की सरकार है। इसलिए यूपी को विश्वास है। पहले की सरकारों में अपराधी पैदा होते थे। अब निवेशक दिल खोलकर यूपी में निवेश कर रहे हैैं। भय मुक्त हो चुका है यूपी। योगी आदित्यनाथ के काम ने अब यूपी के हर एक जिले को वीआईपी बना दिया है। भरपूर बिजली मिल रही है।
लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट पीएम मोदी ने कहा, किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानी जनता के लिए खतरे की घंटी। लाल टोपी वालों को तो बस लालबत्ती से मतलब है। इन्हें जनता के दुख दर्द से कोई लेना-देना नहीं। लोहिया और जयप्रकाश के आदर्शों को तो ये लोग न जाने कब का छोड़ चुके हैं। इन लोगों को सत्ता चाहिए, घोटाला करने के लिए, अपनी तिजोरियों को भरने के लिए, जमीनों पर कब्जा करने के लिए, माफिया को लूट की खुली छूट देने के लिए, आतंकवादियों पर मेहरबानी करने और उन्हें जेलों से रिहा करने के लिए। इन प्रोजेक्ट का इनॉगरेशन8603 करोड़ रुपए खाद कारखाना 1011 करोड़ एम्स गोरखपुर 36 करोड़ आरएमआरसी लैब बंद पड़े खाद कारखाना से मिलेगा रोजगार
गोरखपुर से ईस्ट यूपी को 10 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली तीन बड़ी विकास परियोजना की सौगात देने के बाद जनसमूह को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की दृष्टि से आज के इस कार्यक्रम में पूर्व की सरकारों की बेरुखी और उनका दोहरा रवैया भी याद आ रहा है। गोरखपुर का बंद पड़ा खाद कारखाना इस समूचे क्षेत्र के किसानों व रोजगार के लिए कितना जरूरी था, लेकिन पूर्व की सरकारों को इसमें दिलचस्पी नहीं थी। एम्स की मांग भी यहां वर्षों से थी। 2017 के पहले की सरकार जमीन देने में ही आनाकानी करने में जुटी थी। पीएम मोदी ने कहा कि एम्स को लेकर बात जब आर-पार की आ गई। तब जमीन आवंटित की गई। आज का यह कार्यक्रम उन लोगों को करारा जवाब दे रहा है, जिन्हें टाइमिंग पर सवाल उठाने का शौक है। बंद पड़े खाद कारखाना से बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा।किसानों को लाठी-गोली खानी पड़ती थींपीएम ने कहा, 2014 के पहले देश में फर्टिलाइजर सेक्टर की स्थिति बेहद खराब थी। उस समय कई बड़े खाद कारखाने वर्षों से बंद पड़े थे। खाद का आयात बढ़ता जा रहा था। खेती के लिए उपलब्ध यूरिया का इस्तेमाल चोरी से अन्य कामों में हो रहा था। देशभर में यूरिया की किल्लत सुर्खियों में होती थी। खाद पाने के लिए किसानों को लाठी-गोली खानी पड़ती थी। पीएम मोदी ने कहा कि देश को इसी स्थिति से निकलने के लिए हमने तीन सूत्रों पर एक साथ काम शुरू किया। पहला नीम कोटिंग करकेयूरिया का गलत इस्तेमाल रोका गया। दूसरा करोड़ों किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिए गए ताकि उन्हें पता चल सके कि उनकी खेती के हिसाब से किस प्रकार की खाद की जरूरत है। तीसरा यूरिया का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया।विदेश नहीं भेजने पड़ेगे करोड़ों रुपएपीएम मोदी ने कहा, यूरिया उत्पादन के मामले में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसमें गोरखपुर खाद कारखाना की भी बड़ी भूमिका होगी। पांचों प्लांट के चालू हो जाने पर देश में 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया उपलब्ध होगी। आयात के लिए हजारों करोड़ रुपए विदेश नहीं भेजने पडेंगे। पीएम ने कहा कि खाद मामले में आत्मनिर्भरता क्यों जरूरी है, इसे पूरी दुनिया ने कोरोनाकाल में देखा। लॉकडाउन में एक देश से दूसरे देश मे आवाजाही बंद थी, सप्लाई चेन टूट गई थी। इससे खाद की कीमतें बहुत ही अधिक बढ़ गई।किसानों के लिए बढ़ाई गई सब्सिडी पीएम ने कहा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद की कीमतों में वृद्धि का बोझ संवेदनशील और समर्पित सरकार ने किसानों पर नहीं पडऩेे दिया। इसी साल एनपीके पर 43 हजार करोड़ और यूरिया पर 33 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी बढ़ाई गई ताकि किसानों पर कोई भार न आए। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में जहां यूरिया 60.65 रुपए किलो है। वहीं, भारत मे 10-12 गुना सस्ती यूरिया देने का प्रयास किया गया। खाने के तेल में भी हासिल करेंगे आत्मनिर्भरतापीएम ने खाने के तेल के मामले में भी देश के आत्मनिर्भरता की राह पर चलने का जिक्र किया। कहा कि खाने के तेल के आयात पर भारत हजारों करोड़ रुपए विदेश भेजता रहा है। देश में पर्याप्त खाद्य तेल उत्पादन के लिए एक राष्ट्रीय मिशन शुरू किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में पेट्रोलियम उत्पादों के विकल्प के रूप में बायो फ्यूल को बढ़ावा देने के प्रयासों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल पर देश प्रतिवर्ष 5-7 लाख करोड़ रुपए खर्च करता है। इसके चलते अब एथेनॉल और बायोफ्यूल पर जोर दिया जा रहा है। पीएम में कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश तो गन्ना किसानों का गढ़ है। यहां एथेनॉल उनकी अतिरिक्त कमाई का बेहतर साधन हो सकता है। इसके लिए यूपी की कई फैक्ट्रियों में काम चल रहा है। पहले यूपी से 20 करोड़ लीटर एथेनॉल तेल कम्पनियों को भेजा जाता था, अब 100 करोड़ लीटर भेजा जा रहा है। फैमिली हेल्थ सर्वे का पाजिटिव संदेशपीएम ने कहा, महिलाओं के सम्मान व सुविधा के लिए सरकार प्राथमिकता से कार्य कर रही है। फैमिली हेल्थ सर्वे से सकारात्मक संदेश आए हैं। पहली बार महिलाओं की संख्या पुरुषों से आनुपातिक रूप से अधिक बढ़ी है। जमीनों पर महिलाओं का मालिकाना हक बढ़ा है और उत्तर प्रदेश इस मामले में टॉप राज्यों में है। बैंक खातों और मोबाइल के उपयोग में भी महिलाओं की संख्या बढ़ी है।

Posted By: Inextlive