स्लीपिंग माड्यूल ने उड़ाई नींद
GORAKHPUR: नेपाल बॉर्डर पर स्लीपिंग मॉड्यूल की सक्रियता से सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ गई है। 26 जनवरी पर दहशतगर्दी की संभावना को देखते हुए बॉर्डर के आसपास जिलों में सक्रियता बढ़ा दी गई है। खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा एजेंसियां बॉर्डर के स्लीपिंग मॉड्यूल पर नजर रख रही हैं। आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि 26 जनवरी को देखते हुए सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।
करीब 200 स्लीपर सेल तैयारपाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई नेपाल के रास्ते आंतकियों को इंडिया में पहले भी भेज चुकी है। हाल के दिनों में आईएसआई ने अपने काम का तरीका बदलते हुए नेपाल में सक्रिय माओवादियों की मदद लेनी शुरू कर दी है। कुछ दिनों पहले खुफिया विभाग को इसकी जानकारी मिली है। सूचना है कि बॉर्डर पर कभी भी तकरीबन दो सौ स्लीपर सेल को एक्टिव किया जा सकता है। वहीं कुछ साल पहले एक खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में 20 से ज्यादा आईएसआई एजेंट्स के लापता होने की सूचना पहले दी जा चुकी है। कुछ आतंकियों की नेपाल बॉर्डर पर लोकेशन मिलने पर सुरक्षा एजेंसियां तलाश में लगी हैं।
इन आतंकियों की थी तलाशनाम स्थान
अब्दुल खान मुंबई हाफिज खलील मुजफ्फरनगर मोहम्मद तुफैल हरदोई शहजाद मुजफ्फरनगर मोहम्मद हनीफ मुरादाबाद जिलानी गोरखपुर सालार आगरा मोहम्मद यासीन अलीगढ़ इरफान अहमद बहराइच मोहम्मद तुफैल हरदोई वर्जनगणतंत्र दिवस को देखते हुए सक्रियता बढ़ा दी गई है। बॉर्डर से सटे सभी जिलों की पुलिस अलर्ट है। एसएसबी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां बॉर्डर से आने जाने वालों पर नजर रख रही है।
मोहित अग्रवाल, आईजी