-ऐसिमटोमेटिक वाले मरीजों ने खुद दुकान से दवा लेकर कर लिया इलाज, फिर पहुंचे जिला अस्पताल

- डॉक्टर से बिना दिखाए दवाओं से बढ़ा लिए खुद की बीमारी

केस वन

बिलंदपुर के रोहित को गले में इंफेक्शन, सिर दर्द, बुखार व बदन दर्द था। उन्होंने मेडिकल स्टोर से जाकर खुद दवा लेकर खा लिया। तीन दिन खाने के बाद थोड़ा आराम जरूर मिला, लेकिन कुछ दिन बाद फिर उन्हें बुखार चढ़ गया। घर वालों के सुझाव पर जिला अस्पताल के डॉक्टर ने दिखाया। डायग्नोस के बाद जांच हुई तो कोरोना पॉजिटिव पाए गए।

केस टू

मैत्रीपुरम के शरद पत्नी के बीमार पड़ने पर डॉक्टर से दिखाने के बजाय खुद मोहल्ले के मेडिकल स्टोर से दवा लाकर खिला दिए। दवा खाने के बाद बुखार ठीक होने के बजाय पेट में दर्द शुरू हो गया। उसके बाद प्राइवेट क्लीनिक पर डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर दवा दिया, लेकिन कोरोना जांच के लिए पूछा तो शरद ने कोरोना जांच नहीं कराने की बात कही। डॉक्टर के दो दिन के दवा के बाद भी ठीक नहीं हुआ तो शरद थक हारकर तिलक पैथोलोजी पहुंचे। जहां रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई। उन्हें फिर विश्वास नहीं हुआ तो वे फिर से जिला अस्पताल पहुंचे। वहां भी एंटीजन जांच में पॉजिटिव आया।

GORAKHPUR: यह दो केस बानगी भर है। जिला अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या भले बढ़ गई है, लेकिन इसमें ऐसे मरीज आ रहे हैं, जो बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द से परेशान जरूर है। लेकिन डॉक्टर द्वारा डायग्नोस के दौरान पता चल रहा है कि वह पहले से खुद से इलाज करने के बाद थक हारकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। वहीं, डॉक्टर भी ऐसे मरीजों से यही अपील कर रहे हैं कि वह खुद से इलाज करने के बजाय अपने नजदीकी सीएचसी या पीएचसी पर इलाज कराएं। या फिर प्राइवेट क्लीनिक में ही किसी अच्छे डॉक्टर से दिखाएं। लेकिन खुद से इलाज न करें। इससे बीमारी बढ़ सकती है।

जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। अभय चंद्र श्रीवास्तव बताते हैं कि ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। ओल्ड और न्यू ओपीडी मिलाकर 1500-1600 मरीज देखे जा रहे हैं। लेकिन डॉक्टर्स द्वारा डायग्नोसिस के दौरान देखा गया है कि कोरोना के मरीज पहले खुद इलाज कर ले रहे हैं।

संक्रमण फैलने से बचाया जा सकता है

एडिशनल सीएमओ डॉ। नीरज कुमार पांडेय बताते हैं कि कोरोना के लक्षण हो या न हो, लेकिन कोविड जांच कराकर इलाज कराएं। इसके लिए सभी सीएचसी-पीएचसी पर जांच की सुविधा मुहैया कराई गई है। इसके अलावा जांच कैंप भी लगाए जा रहे हैं। वहां भी जाकर जांच करा सकते हैं। ऐसा नहीं है कि कोरोना का संक्रमण एकदम समाप्त हो गया है। लेकिन आपके जागरुकता से ही घर के सदस्यों को संक्रमण फैलने से बचाया जा सकता है।

वर्जन

कोरोना का लक्षण हो या न हो, लेकिन खुद से दवा का सेवन न करें। डॉक्टर से परार्मश लेकर ही दवा लें, कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए अपने परिवार के सदस्यों को संक्रमण फैलने से रोकें।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive