लेट-लतीफी के मामले में जानें रेलवे का कौन सा डिवीजन सबसे फिसड्डी
इलाहाबाद डिवीजन देश में सबसे ज्यादा फिसड्डी
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KANPUR: ज्यों-ज्यों दवा की मर्ज बढ़ता गयाकुछ ऐसा ही हाल रेलवे का है। पैसेंजर्स को बेहतर सेवाएं देने का दावा करने वाला रेलवे मौजूदा सेवाएं भी नहीं दे पा रहा है। गर्मियों के सीजन में रेलवे ने पैसेंजर्स को कुछ ज्यादा ही दर्द दिया है। न तो ट्रेनें समय पर चली और जिन लोगों ने पैसा खर्च कर एसी कोचों में टिकट कराए। उन्हें भी उबलते हुए सफर पूरा करना पड़ा। क्यों कोच के एसी बीच रास्ते में ही दगा दे गए। रेलवे के ही आंकड़ों में इस बार ट्रेनों के परफार्मेस पर कानपुर सेंट्रल व इलाहाबाद डिवीजन की स्थिति सबसे खराब है। तमाम दावों के बाद भी हालात तीन साल में सुधरने की बजाय बिगड़ गए। तीन सालों में गर्मियों में ट्रेनों में एसी फेल होने की घटना 3 गुना बढ़ गई। जिसका सीधा खामियाजा पैसेंजर्स को भुगतना पड़ा।
न शताब्दी बची, न राजधानी
रेल अफसरों के मुताबिक ट्रेनों की लेट लतीफी की वजह से एसी कोचों में एसी सिस्टम फेल हुआ। क्योंकि ज्यादा देर रुकने से उन कोचों में लगी बैटरियां डिस्चार्ज हो गई। हांलाकि वीआईपी हो या फिर नार्मल एक्सप्रेस ट्रेन एसी फेल होने की घटनाएं सबमें हुई हैं। राजधानी एक्सप्रेस से लेकर लखनऊ- नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी और कानपुर रिवर्स शताब्दी ट्रेनों समेत, गुवाहाटी राजधानी, डिब्रूगढ़ राजधानी ट्रेनों के एसी भी इस एक महीने के भीतर फेल हुए हैं। जबकि इन ट्रेनों में एसी सिस्टम चलाने के लिए अलग जेनरेटर यान लगा रहता है.