चकेरी एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स की नाइट लैंडिंग के लिए आईएलएस इंस्ट्रूमेंट लैंङ्क्षडग सिस्टम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है. जिला प्रशासन ने इसके लिए जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट एयरफोर्स को भेज दी है. एयरफोर्स ने भी प्रशासन से मिली रिपोर्ट को मुख्यालय भेज दिया है. वहां से जमीन अधिग्रहण की अनुमति मिलने का इंतजार है.


कानपुर(ब्यूरो)।चकेरी एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स की नाइट लैंडिंग के लिए आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंङ्क्षडग सिस्टम) लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। जिला प्रशासन ने इसके लिए जमीन चिह्नित कर रिपोर्ट एयरफोर्स को भेज दी है। एयरफोर्स ने भी प्रशासन से मिली रिपोर्ट को मुख्यालय भेज दिया है। वहां से जमीन अधिग्रहण की अनुमति मिलने का इंतजार है।

रनवे आसानी से दिखेगा


एयरफोर्स चकेरी एयरपोर्ट पर आईएलएस कैट-दो लगाने जा रही है। आईएलएस के लिए रनवे नंबर 27 से ठीक 700 मीटर पहले तक अप्रोच लाइट लगाई जाती है। ताकि विमान उतारने वाले पायलट को रात में रनवे एक दम क्लियर दिखाई दे। रनवे के दोनों ओर भी लाइङ्क्षटग की जाएगी। इसके लेकर एयरफोर्स को 700 मीटर जमीन की जरूरत होगी। जिला प्रशासन की रिपोर्ट में जमीन के साथ उसकी बाजार दर भी दी गई हैं। माना जा रहा है कि बजट पास करने के बाद ही जमीन अधिग्रहण की अनुमति दी जाएगी। एडीएम सतेंद्र कुमार ङ्क्षसह ने बताया जमीन चिह्नित करने के साथ ही उसके मार्केट रेट की रिपोर्ट एयरफोर्स को भेज दी गई है। उनकी अनुमति आने के बाद प्रशासन अधिग्रहण संबंधी अपनी कार्रवाई शुरू करेगा। दो बार छवि हुई खराब

चकेरी एयरपोर्ट पर अभी सिर्फ दिन में उड़ान भरने और लैंड करने की व्यवस्था। रात में विमान नहीं उड़ सकते हैं। इसे लेकर कानपुर की छवि दो बार खराब हो चुकी है। एक बार पीएम मोदी का विमान मौसम खराब होने की वजह से उड़ान नहीं भर सका था और दूसरी बार रोड सेफ्टी मैच खेलने कानपुर आई इंग्लैंड की टीम का विमान भी उड़ान नहीं भर सका था। प्रधानमंत्री और इंग्लैंड की टीम दोनों को ही सडक़ मार्ग से लखनऊ जाना पड़ा था। आईएलएस लग जाने से मौसम खराब होने अथवा रात के समय विमानों को उतारना आसान हो जाएगा।

Posted By: Inextlive