घूम रहे तरह-तरह के 'सलमान', मुश्किल में जान
- ट्रक और टैंकर वाले 'सलमान' ने ली तीन की जान
- बस ने रोड पर खड़ी पिकअप को मारी टक्कर, क्लीनर की जान गई - बाइकर्स 'सलमान' भी कुछ कम नहीं है, रोड पर करते हैं धमाचौकड़ी KANPUR :शहर में कार वाले 'सलमान' के बारे में तो आप जान चुके है, लेकिन आपको पता है कि शहर में बाइक से लेकर बस और ट्रक से लेकर टैंकर से 'सलमान' मौत बांट रहे है। ये कार वाले 'सलमान' की तरह बेहद खतरनाक है। इन 'सलमानों' की वजह से ही रोड पर हादसे हो रहे है। जिसमें किसी के परिवार का चिराग बुझ जाता है, तो किसी के सिर से पिता का साया उठ जाता है। गुरुवार को इन्हीं 'सलमानों' ने मासूम समेत चार की जान ले ली। इसमें ट्रक वाले 'सलमान' को शहर में घुसने पर प्रतिबन्ध, लेकिन पुलिस की सेटिंग से वे रोड से लेकर रिहायशी इलाकों में आतंक मचाते हुए नजर आते है। इन 'सलमानों' के कहर से अब कानपुराइट्स बोलने लगे है कि आप रोड पर तभी सुरक्षित रह पाएंगे, जब आप इन 'सलमानों' से खुद को बचाना सीख जाएंगे।
टैंकर वाले 'सलमान' ने दो की जान ली, चार घायलचकेरी में गुरुवार को कोयला नगर हाइवे में तेज रफ्तार टैंकर अनियंत्रित हो गया। टैंकर डिवाइडर को तोड़ते हुए लोडर से टकरा गया। जिससे लोडर में सवार अधेड़ समेत दो की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए। हादसे के बाद ड्राइवर टैंकर को छोड़कर भाग गया। गुस्साए लोगों ने रोड पर जाम लगा दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों को समझाकर शान्त कराया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम और घायलों को हास्पिटल में एडमिट कराया गया।
जहानाबाद के नारायणपुर में रहने वाले शेर सिंह (65) सब्जी विक्रेता है। वो गुरुवार को लोडर में सब्जी लोड करके रामादेवी सब्जी मंडी बेचने के लिए जा रहे थे। उनके साथ गांव के नन्द लाल, चांद सिंह, अमित, पप्पू और रमेश भी थे। वे लोडर से रामादेवी के पास पहुंचे थे कि सामने से आ रहा एक टैंकर अनियंत्रित हो गया। टैंकर डिवाइडर से टकराते हुए लोडर से भिड़ गया। टैंकर और लोडर की स्पीड इतनी तेज थी कि दोनों की भिड़न्त होने से लोडर पलट गया। लोडर में सवार शेर सिंह और नन्द लाल की मौके पर मौत हो गई, जबकि पप्पू, चांद, अमित और रमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसे देख ड्राइवर टैंकर को छोड़कर फरार हो गया। इधर, हादसे से हाइवे पर जाम लग गया। लोग हंगामा करने लगे। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर लोगों को समझाकर शान्त कराया। इसके बाद घायलों को हास्पिटल और शव को पोस्टमार्टम भेजा गया। पुलिस करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से टैंकर को हाइवे के किनारे कर पाई। जिससे जाम खुल सका।
ट्रक वाले 'सलमान' ने मासूम को कुचला नजीराबाद में ट्रक वाले 'सलमान' ने हाइवे के किनारे खेल रही मासूम को मां के सामने कुचल दिया। जिसे देख उसकी मां बदहवास हो गई। उसकी मौत से गुस्साए लोगों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर शव को पोस्टमार्टम भेज दिया। नजीराबाद में जीटी रोड पर दक्षिणेश्वर मंदिर के पास राकेश परिवार समेत रहता है। उसकी दो साल की बेटी शाम को हाइवे के किनारे खेल रही थी। उसकी मां भी वहां पर बैठी कि अचानक रावतपुर की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक मासूम को कुचल दिया। जिसे देख उसकी मां चीख पड़ी। ड्राइवर को पकड़ने के लिए लोग ट्रक का पीछा करने लगे। जिसे देख ड्राइवर ट्रक को छोड़कर भाग गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेज दिया। बस ने खड़ी पिकअप में मारी टक्कर, क्लीनर की मौतशिवराजपुर में गुरुवार को औरंगपुर में बरेली डिपो की बस ने रोड पर खड़ी पिकअप में टक्कर मार दी। जिससे पिकअप सवार क्लीनर की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर समेत अन्य लोग घायल हो गए। इधर, बस में सवार यात्री भी चुटहिल हो गए। शिवराजपुर के गहदेव गांव में रहने वाले बालकिशन का बेटा दुर्गेश क्लीनर था। वो जय शंकर की पिकअप में उनके साथ चलता था। गुरुवार को जय शंकर कानपुर जा रहे थे। पिकअप में दुर्गेश के अलावा कृपा शंकर, मोबिन खान और राम शरण थे। रास्ते में नमस्ते इंडिया फैक्ट्री के पास पिकअप का टायर पंचर हो गया। दुर्गेश साथियों समेत पिकअप के हाइवे के किनारे कर टायर बदल रहा था कि पीछे से आ रही बरेली डिपो की बस ने पिकअप में टक्कर मार दी। ड्राइवर ने बस भगाने की कोशिश की तो दुर्गेश के बस की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि उसके साथी घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम और घायलों को हास्पिटल में एडमिट कराया।
बाइकर्स 'सलमान' स्टंट करते हुए कार में मारी टक्करआप ट्रक और टैंकर वाले 'सलमान' की करतूतों के बारे में जान चुके है। अब बाइक वाले 'सलमान' के बारे में भी कुछ जान लीजिए। बाइकर्स 'सलमान' रोड पर आड़े-तिरछे बाइक चलाते है। वे कोई भी नियम का पालन नहीं करते है। गुरुवार को एक बाइकर्स 'सलमान' ने इंद्रानगर रोड पर एक कार में टक्कर मार दी। जिसमें कार तो क्षतिग्रस्त हुई। साथ ही कार सवार चुटहिल हो गए। कार सवार ने गाड़ी को रोककर बाइकर्स को पकड़ा तो दोनों ने कार बनवाने और इलाज का खर्च अदा करने का झांसा देकर वहां से भाग गए। कार सवार ने कल्याणपुर एसओ से बाइकर्स की शिकायत की। एसओ अजय श्रीवास्तव ने बताया कि बाइक का नम्बर यूपी 78 डीसी 6645 है। बाइक चलाने वाले को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
------------------------ पुलिस की जेब गरम कर नो इंट्री में घुसते है ट्रक शहर में नोइंट्री में ट्रकों पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन इसके बाद भी वे नोइंट्री में धड़ल्ले से चलते है। इसके लिए उनको पुलिस की जेब गरम करनी पड़ती है। इस अवैध कमाई का आलम ये है कि सिपाही नो इंट्री प्वाइंट पर ड्यूटी लगाने के लिए मुंह मांगी कीमत अदा करते है। इस तरह शहर के आउटर के थानों की अवैध कमाई का सोर्से भी यही है। पुलिस महकमे में ये थाने सबसे कमाऊ कहे जाते हैं। यह है नोइंट्री में घुसने की रेटलिस्ट 1- ट्रैक्टर- दो पहिए की ट्राली के साथ - 10 रुपए प्रति चक्कर 2- ट्रैक्टर- 4 पहिए की ट्राली के साथ- 20 रुपए प्रति चक्कर 3- ट्रक - 6 चक्का- 20 से 50 रुपए प्रति चक्कर 4- ट्रक- 10 चक्का- 50 से 100 रुपए प्रति चक्कर 5- लोडर - 20 रुपए प्रति चक्कर वसूली के लिहाज से सबसे बड़े प्वाइंट्स अफीमकोठी चौराहा, कोपरगंज, संगीत टाकीज चौराहा, जरीब चौकी, विजय नगर, छपेड़ा पुलिया, गोल चौराहा, 9 नंबर गुमटी, एनएलसी चौकी, ट्रांसपोर्ट नगर चौकी, टाटमिल चौराहा, घंटाघर चौराहा, लाटूश रोड, रामादेवी चौराहा, नौबस्ता गल्ला मंडी और मौरंग मंडी एक प्वाइंट पर पुलिस की अवैध इनकम का आंकड़ा अफीम कोठी चौराहा जो ट्रांसपोर्ट नगर , जरीब चौकी और कोपर गंज जैसे व्यापारिक केंद्रों के बिल्कुल बीच में है यहां से रोज 10 हजार से ज्यादा ट्रक, लोडर और टै्रक्टर गुजरते हैं। अगर सिर्फ 20 रुपए को और वाहनों की संख्या जिनसे वसूली की जाती है वह भी 80 फीसदी तक कम कर दे तो रोज वसूली जाने वाली रकम प्रतिदिन के हिसाब से 40 हजार रुपए आती है। इसमे नो इंट्री का समय और रात को मौंरग व ईटें उतारने वाले ट्रक व लोडर भी शामिल हैं। ट्रक, बस और टैंकर से होते है सबसे ज्यादा हादसे शहर में हर दिन दो से तीन लोगों की रोड एक्सीडेंट में मौत होती है। बाइक से लेकर कार और बस से लेकर टैंकर से हादसे होते है, लेकिन सबसे ज्यादा एक्सीडेंट ट्रक और टैंकर से होते है। जिसमें ट्रक ने सबको पीछे छोड़ दिया है। पुलिस रिकार्ड से भी इसकी पुष्टि होती है। सबसे ज्यादा एक्सीडेंट ट्रक से होते है। । एक साल में ट्रकों से सिटी और आसपास के एरिया में हुए एक्सीडेंट मंथ एक्सीडेंट अक्टूबर 17 नवंबर 20 दिसंबर 19 जनवरी 33 फरवरी 39 मार्च 42 अप्रैल 37 नोट-आंकड़े एनसीआरबी के मुताबिक, इसमें कानपुर नगर और उसके अगल-बगल के एरिया शामिल हैं। एक साल में ट्रकों से सिटी और आसपास के एरिया में हुए एक्सीडेंट मंथ एक्सीडेंट अक्टूबर 22 नवंबर 13 दिसंबर 21 जनवरी 33 फरवरी 21 मार्च 26 अप्रैल 26 नोट-आंकड़े एनसीआरबी के मुताबिक, इसमें कानपुर नगर और उसके अगल-बगल के एरिया शामिल हैं