सिटी के स्ट्रीट वेंडर्स ने ट्यूजडे को नगर निगम मुख्यालय का घेराव किया. वेंडर्स का आरोप है कि नगर निगम मनमाने तरीके से काम कर रहा है. रुपए लेने के बावजूद दुकानों को अलॉट नहीं किया जा रहा है. जिससे वेंडर्स को परेशानी झेलनी पड़ रही है. साथ ही वेंडर्स ने नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी भी की और अपनी मांगों को अधिकारियों के समक्ष रखा.


कानपुर(ब्यूरो) परेड में 93 दुकानें स्ट्रीट वेंडर्स को आवंटित की जानी थी। इसके लिए 20-20 हजार रुपए भी नगर निगम ने जमा कराए। अब न पैसे वापस मिल रहे हैं और न ही दुकान। मामले में कानपुर स्ट्रीट वेंडर्स एसोसिएशन की आभा चतुर्वेदी ने बताया कि नगर आयुक्त को लिखित और मौखिक शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। वहीं, फूलबाग वेंडिंग जोन का आदेश होने के बाद भी वेंडरों को अभी तक दुकानों का आवंटन नहीं किया गया है।

दुकानों के आवंटन में धांधली
एसोसिएशन के अजय सोनकर ने कहा कि टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक बिना कमेटी के सदस्यों को ही दुकान आवंटित कर दी जाती है। 11 अक्टूबर को भी बिना सूचना के बैठक कर दी गई। इस असंवैधानिक बैठक में फूड हब बनाने पर सहमति हो गई और 30 फूड वेंडर को ट्रेनिंग भी दी जाने लगी है। मोतीझील में बनी 45 दुकानों के आवंटन में भी धांधली चल रही है।

Posted By: Inextlive