प्रदेश सरकार नौनिहालों की सुविधाओं पर स्कूलों में मोटा बजट खर्च कर रही है. इसके बावजूद उनको खाना देने के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है. तीन दिन पहले एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों को कच्ची रोटियां दी गई थीं. शनिवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय टटिया भगवंत कम्पोजिट में मिड-डे मील में सब्जी छोले में कीड़े घुन निकले हैं. कीड़े देखते ही बच्चों ने खाना फेंक दिया.

कानपुर (ब्यूरो) उच्च प्राथमिक विद्यालय टटिया भगवंत कम्पोजिट में में छत्तीसगढ़ सेवा समिति की ओर से भोजन दिया गया है। जिसमें कीड़े निकले हैं। इस संस्था के पास 45 स्कूल हैं। इन स्कूलों में 7303 से अधिक बच्चों को भोजन दिया गया है। यहां तो खाने को देख लिया गया है लेकिन न जाने कितने बच्चों ने सब्जी खा ली होगी। यह संस्था 2019 से बच्चों को खाना उपलब्ध करा रही है।

स्कूल में दी गईं थी कच्ची रोटियां
25 जुलाई को खंड शिक्षा अधिकारी ने कुली बाजार में एक प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया था। वहां भी खाने की गुणवत्ता काफी खराब मिली थी। प्रधानाध्यापक ने लिखित में इसकी शिकायत की थी। विभागीय सूत्रों के मुताबिक वहां कच्ची रोटियां मिली थी। बच्चे भी इसकी शिकायत कर रहे थे।

दबाने का होता है प्रयास
विभागीय सूत्रों के मुताबिक स्कूलों में इस तरह की शिकायतें अक्सर होती है। कहीं चावल में कंकड़ निकलता है तो कहीं पानी की तरह दाल दी जाती है। कहीं अधपकी रोटियां बच्चों को खाने के लिए दी जाती है। रैंडम चेकिंग या कुछ विशेष परिस्थितियों पर ही मामला उजागर होता है। अधिकारियों के दबाव के चलते अधिकांश टीचर जैसा भोजन आता है चुपचाप वैसा ही भोजन बच्चों को खिलाते रहते हैं।

ये समितियां दे रहीं भोजन
समितियां स्कूल बच्चे
- उज्जवल सवेरा 108 15939
- मनभावन कल्याण समिति 90 9102
- यूनाइटेड विकास समिति 81 80355
- मौलाना आजाद समिति 21 4455
- छत्तीसगढ़ सेवा समिति 45 7303
- निर्बल सेवा संस्थान 100 10639
- मां श्रद्धा समिति 90 9102


'' मिडडे मील में कीड़े निकलने की जानकारी मिली है। विद्यालय की शिक्षक ने लिखित इसकी शिकायत की है। भोजन देने वाली संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.ÓÓ
सुरजीत कुमार सिंह, बीएसए

Posted By: Inextlive