गर्मी में हुई गलती का खामियाजा अब ठंड में कानपुराइट्स को नहीं भुगतना पड़ेगा. पॉवर की डिमांड बढऩे पर ओवरलोडिंग व जर्जर कंडक्टर व एबी केबिल के कारण पॉवर क्राइसिस से नहीं जूझना पड़ेगा. केस्को बिजनेस प्लान 2022-23 के अंर्तगत दस करोड़ से ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमतावृद्धि जर्जर कंडक्टर बदलने आदि कार्य तेजी से कर रहा है. जिससे सर्दी में ब्रेकडाउन के कारण पॉवर क्राइसिस से लोगों को न जूझना पड़े.

कानपुर(ब्यूरो)। गर्मी में हुई गलती का खामियाजा अब ठंड में कानपुराइट्स को नहीं भुगतना पड़ेगा। पॉवर की डिमांड बढऩे पर ओवरलोडिंग व जर्जर कंडक्टर व एबी केबिल के कारण पॉवर क्राइसिस से नहीं जूझना पड़ेगा। केस्को बिजनेस प्लान 2022-23 के अंर्तगत दस करोड़ से ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमतावृद्धि, जर्जर कंडक्टर बदलने आदि कार्य तेजी से कर रहा है। जिससे सर्दी में ब्रेकडाउन के कारण पॉवर क्राइसिस से लोगों को न जूझना पड़े।

समर प्लान हुआ था लेट
दरअसल पिछले वर्षो की अपेक्षा इस बार गर्मियों में कानपुराइट्स को अधिक पॉवर क्राइसिस का सामना करना पड़ा। ब्रेकडाउन के साथ शटडाउन से भी जूझना पड़ा। इसकी मुख्य वजह हर वर्ष की तरह इस साल गर्मियों में बेहतर पॉवर सप्लाई के लिए आवश्यक तैयारियां न करना थी। जिसमें ओवरलोड ट्रांसफॉर्मर, फीडर, ट्रांसफॉर्मर्स का मेंटीनेंस आदि शामिल है। हालांकि केस्को ऑफिसर मेंटीनेंस न होने की वजह फरवरी से लेकर मार्च के बीच हुए असेंबली इलेक्शन और समय से पहले गर्मी शुरू हो जाने को ठहराते रहे हैं।


बिजनेस प्लान 2022-23
मार्च में चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद समर प्लान के कार्यो के लिए टेंडर किया गया। इसकी वजह से ये कार्य अप्रैल व मई में शुरू हो सके। तब तक पॉवर की डिमांड ने रिकॉर्ड तोड़ दिया। ब्रेकडाउन का सिलसिला भी शुरू हो गया, वहीं समर प्लान के कार्यो के लिए शटडाउन लिया जाने लगा। इससे कानपुराइट्स को गर्मी में पॉवर क्राइसिस से जूझना पड़ा। इस दौरान ओवरलोड फीडर, ट्रांसफॉर्मर्स आदि कार्यो को बिजनेस प्लान 2022-23 में शामिल किया।

अधिक कैपेसिटी के
इस प्लान के अंर्तगत दादा नगर, बर्रा, परागडेयरी, विकास नगर, बिजलीघर डिवीजन के 15 मोहल्लों में ट्रांसफॉर्मर्स की क्षमतावृद्धि की जा रही है। जिसमें नए के साथ कम क्षमता के स्थान अधिक कैपेसिटी के ट्रांसफॉर्मर भी लगाए जा रहे हैं। इसी तरह लगभग 87 किलोमीटर जर्जर कंडक्टर भी बदला जा रहा है। इसमें सबसे अधिक नौबस्ता, मंडी परिषद, दहेली सुजानपुर, हैरिसगंज डिवीजन वाला सर्किल 3 शामिल हैं। इसी तरह जर्जर एबी केबिल भी बदली जा रही है।


रिवैम्प्ड स्कीम में शामिल
इसमें सबसे अधिक केबिल सर्किल थ्री में ही बदली जा रही है। इसके अलावा नई अंंडरग्र्राउंड केबिल बिछाने व पुरानी बदलने का काम भी शामिल हैं। केस्को के चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल ने बताया कि बिजनेस प्लान के कार्य तेजी से कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे लोगों को पॉवर कट की समस्या से न जूझना पड़े। अन्य बड़े कार्य रिवैम्प्ड स्कीम में शामिल किए गए हैं।
बिजनेस प्लान के कार्य तेजी से कार्य कराए जा रहे हैं, जिससे लोगों को पॉवर कट की समस्या से न जूझना पड़े। अन्य बड़े कार्य रिवैम्प्ड स्कीम में शामिल किए गए हैं।
संजय अग्र्रवाल, चीफ इंजीनियर केस्को

Posted By: Inextlive