-रायपुर के सरकारी अस्पताल में मिली लाश, आग से झुलसने से हुई मौत

-परिजन शव लेने के लिए रायपुरवा रवाना हुए, पुलिस बताया मामला संदिग्ध

KANPUR: शहर की पुलिस एक बार फिर लापता किशोरी को ढूढ़ने में नाकाम रही। चार जुलाई से लापता किशोरी की छत्तीसगढ़ में लाश मिली है। जिसका पता चलते ही उसके घर पर कोहराम मच गया। उसकी हत्या की गई या वो किसी हादसे का शिकार हुई, पुलिस इसका पता लगा रही है। फिलहाल पीडि़त परिवार पुलिस को कोस रहा है। उनका कहना है कि पुलिस गुमशुदा को लेकर संजीदा नहीं है। अगर पुलिस पूरी मुस्तैदी से बेटी को तलाशती तो शायद उसकी जान बच जाती।

शहर लौटने पर सामने आएगी सच्चाई

बर्रा के त्रिपाठी मार्केट के पास रहने वाले नरेंद्र त्रिपाठी एलआईसी एजेंट हैं। उनकी बेटी शिवानी क्लास 11 की स्टूडेंट थी। वह चार जुलाई को बाजार गई थी, लेकिन घर वापस नहीं लौटी। परिजनों ने रिश्तेदार और उसकी सहेलियों के घर पर पता किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उन्होंने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। शनिवार को नरेंद्र के मोबाइल पर किसी अनजान ने कॉल करके बताया कि आपकी बेटी की मौत हो चुकी है। वो रायपुर के सरकारी अस्पताल में एडमिट थी। वो गंभीर रूप से झुलसी थी। जिससे उसकी मौत हो गई है। जिसे सुनते ही उनके होश उड़ गए। वो रिश्तेदारों समेत रायपुर के लिए रवाना हो गए। वहां पर उन्होंने बेटी की शव की शिनाख्त की। इधर, पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही है। उनका कहना है कि नरेंद्र के शहर आने पर ही सच्चाई का पता चलेगा।

मोबाइल पर 3 कॉल आई

एलआईसी एजेंट के बेटी के लापता होने के बाद से उनके मोबाइल पर तीन अनजान कॉल आई हैं। पहली कॉल शुक्रवार को आई थी। कॉल करने वाले ने नरेंद्र से कहा कि छत्तीसगढ़ रेलवे स्टेशन में उन्हें शिवानी मिली है। उसने आपका नम्बर दिया है। वो सकुशल है। आप उसको यहां से ले जाएं। अगर दिन शनिवार की रात को दूसरे नम्बर से कॉल आई कि शिवानी की मौत हो चुकी है। परिजनों को शक है कि कॉल करने वाले ने ही उनकी बेटी का कत्ल किया है।

Posted By: Inextlive