बिजली से कानून व्यवस्था खतरे में
-यूपीपीसीएल की अनसुनी पर बिजली कटौती बन्द कराने को डीएम ने सीएम के प्रमुख सचिव को भेजा लेटर
- बिजली की जबरदस्त समस्या के कारण कानून एवं शांति व्यवस्था की समस्या पैदा होने का दिया हवाला KANPUR: अंधाधुंध हो रही रोस्टरिंग से शहर की कानून एवं शांति व्यवस्था खतरे में पड़ गई है। ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि खुद केस्को एमडी का चार्ज संभाल रही डीएम भी मान रही हैं। यूपीपीसीएल के न सुनने पर अबकि बार उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को लेटर भेजकर रात में हो रही बिजली कटौती बन्द कराने का अनुरोध किया है। गुस्से में शहरगौरतलब है कि सुबह, दोपहर, शाम और रात चारो पहर पावर रोस्टरिंग हो रही है। ब् से भ् बार तक हो रही पावर रोस्टरिंग के कारण फाल्ट और ब्रेकडाउन भी अधिक हो रहे है। जिसके कारण लोगों को क्0 घंटे बिजली भी मिलना मुश्किल हो गई है। इससे लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। वह सड़क पर उतर रहे है। रोड जाम ही नहीं कर रहे बल्कि सबस्टेशन पर धावा बोलकर तोड़फोड़ भी कर रहे हैं।
रात की बिजली कटौती बन्द की जाए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को भेजे लेटरमें डीएम ने बताया कि कानपुर मिश्रित आबादी वाला अत्यन्त संवेदनशील शहर है। बहुत बड़ा हिस्सा तो घनी आबादी वाला है। लेकिन जबरदस्त ढंग से हो रही घोषित और अघोषित कटौती से जनता में जबरदस्त रोष है। जिसके चलते शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था की समस्या पैदा हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने कानपुर के इंडस्ट्रियल सिटी और टेनरी व चमड़ा उत्पाद के निर्यात होने, आईआईटी, एचबीटीआई, जीएसवीएम जैसे संस्थान होने का भी हवाला दिया है। प्रमुख सचिव को भेजे लेटर में डीएम ने इन हालातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए शहर को रात की बिजली कटौती से मुक्त करने का अनुरोध किया है।