48 घंटे से चमनगंज में अंधेरा, पानी का तरसे 50 हजार लोग
-चमनगंज का 10 एमवीए का एक ट््रांसफॉर्मर डैमेज, दूसरे के जलने के डर से नहीं की गई पॉवर सप्लाई
KANPUR: चमनगंज सबस्टेशन से जुड़ी पचास हजार की पॉपुलेशन को नए साल की शुरुआत से अभी तक बिजली नहीं मिल सकी है। बिजली न होने के कारण लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए। केस्को फ्राइडे की आधी रात तक भी डैमेज ट्रांसफॉर्मर की जगह दूसरा पॉवर ट्रांसफॉर्मर लगाकर पॉवर सप्लाई नॉर्मल नहीं कर सका। वहीं सबस्टेशन में लगे दूसरे पॉवर ट्रांसफॉर्मर से इसलिए पॉवर सप्लाई नहीं की गई, कि कहीं ओवरलोडिंग के कारण ये भी जल न जाए। पॉवर व ड्रिंकिंग वाटर क्राइसिस से जूझ रहे गुस्साए लोगों ने चमनगंज और जरीबचौकी सबस्टेशन पर हंगामा किया। केस्को ने दिया अंधेरे का तोहफाचमनगंज सबस्टेशन से जुड़े मोहल्लों में रहने वालों को केस्को ने नए साल के तोहफे के रूप में अंधेरा दिया। 31 दिसंबर की देररात जब लोग नए साल के वेलकम की खुशी मना रहे थे तभी सबस्टेशन का 10 एमवीए का पॉवर ट्रांसफॉर्मर जोरदार धमाके के साथ डैमेज हो गया। जिसके चलते लगातार दो दिनों से चमनगंज सबस्टेशन से जुड़ी 50 हजार की आबादी बिजली-पानी को तरस रही है। बावजूद इसके केस्को ने सबस्टेशन में लगे दूसरे पॉवर ट्रांसफॉर्मर से पॉवर सप्लाई नहीं की। ऑफिसर्स ने दबी जुबान से सफाई दी कि दूसरे पॉवर ट्रांसफॉर्मर से पॉवर सप्लाई किए जाने पर ओवरलोडिंग के कारण इसके भी डैमेज होने का खतरा था।
11 घंटे तक गुल रही लाइट स्विच में खराबी की वजह से थर्सडे की देर रात 2.20 बजे किदवई नगर और मुंशीपुरवा की बिजली गुल हो गई। रात 2.20 बजे गई लाइट सुबह लगभग 11.30 बजे आई। लाइट न होने के कारण लोगों को पानी संकट से भी जूझना पड़ा। वहीं विकासनगर सबस्टेशन में लगे 10 एमवीए के ट्रांसफॉर्मर के आइसोलेटर का जम्पर शाम को जल गया। जिससे विकासनगर और ख्योरा में शाम 5.15 से 6 बजे तक बिजली गुल रही। इसी तरह कुलीबाजार व आसपास मोहल्ले में थर्सडे की देररात 1.10 बजे से सुबह 9 बजे तक बिजली गुल रही। 7 ट्रांसफॉर्मर जले -छोटे मियां का हाता, साइकिल मार्केट -जीवन नर्सिगहोम,ग्वालटोली -रामलीला मैदान, दबौली -चंदारी, सुजातगंज -शाहिदवाला, लकड़मंडी -तिवारीपुर, छबीलेपुरवा -एम ब्लाक केशवपुरम पॉवर रोस्टरिंग सुबह 9.40 से 10.10 बजे तक शाम 4 से 1.10 बजे तक बिजलीचोरों को पकड़ने को रात में भी होगी रेडKANPUR: बिजली चोरी पकड़ने के लिए केस्को ने ड्राइव शुरू की है। जिसमें केस्को की दोनों रेड टीम (विजिलेंस) के अलावा हर एक डिवीजन में दो टीमें एक्सईएन और असिसटेंट इंजीनियर की अगुवाई में बनाई गई है। ये टीमें शाम को ही नहीं रात में भी छापेमारी कर बिजली चोरी व अनियमितता पकड़ेगी।