इनके भरोसे है एचबीटीआई की सिक्योरिटी?
ऑडिटोरियम गेटटाइम: दोपहर 2 बजकर 5 मिनटदो होमगार्ड आराम से कुर्सी पर बैठे हैं। कौन आ रहा है कौन जा रहा है, उनसे कोई मतलब नहीं। न तो किसी को रोककर पूछताछ की और न रजिस्टर में एंट्री की। एक गार्ड तो मोबाइल पर किसी से गपशप में करने में मशगूल था। दूसरे साथी ने आई नेक्स्ट के कैमरामैन को देखा तो बोला, खींच लो फोटो, लकिन दिखा देना कैसी आई है। नवाबगंज रोड वाला एंट्रेंसटाइम: दोपहर 2 बजकर 13 मिनटइस चेक पोस्ट के पास होमगार्ड की साइकिल खड़ी है। जिसमें बैग टंगा हुआ है। लेकिन होमगार्ड ड्यूटी प्वाइंट से नदारद है। कैमरामैन ने फोटो क्लिक करना शुरू किया तो तेजी से सीएस डिपार्टमेंट की तरफ से दौड़ता हुआ होमगार्ड आया और बोला भाई क्या हाल हैं। यहीं तक काम से गया था।स्टेप एचबीटीआई गेटटाइम: दोपहर 2 बजकर 16 मिनट
एंट्री प्वाइंट से दूर एक होमगार्ड सेल फोन पर किसी से बात कर रहा है। जबकि दूसरा अपनी बाइक साफ कर रहा है। गेट से लोग आते-जाते रहे लेकिन वो बात करने में लगा रहा। कैमरामैन ने उसकी फोटो क्लिक कर ली। जिसके बाद वो थोड़ा एक्टिव मोड में आया। मोबाइल तुरन्त पाकेट में रखकर गेट पर पहुंच गया। जू साइड वाला गेट
समय: दोपहर 2 बजकर 20 मिनटआजाद नगर की तरफ खुलने वाले इस गेट पर एक होम गार्ड राइफल लिए सुस्त स्टाइल में गेट के बाहर खड़ा है। कैमरे पर नजर पड़ते ही वो अलर्ट हो गया। जबकि दूसरा होमगार्ड गेट के बाहर कॉर्नर पर गुटखा व सिगरेट बेचने वाला ठेले पर खड़ा होकर ठेले वाले से गप लड़ा रहा है।"इंस्टीट्यूट के सिक्योरिटी सिस्टम को अपडेट करने की दिशा में पहल की जा रही है। कोशिश यही होगी कि बाहरी व्यक्ति को कैंपस में एंट्री न मिले। इस वीक के लास्ट तक सभी होमगार्ड को वॉकीटाकी दे दिए जाएंगे। स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी से कोई खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है."प्रो। जेएसपी राय, डायरेक्टर एचबीटीआई