Terror का Kanpur link!
एक मेसेज का भी जिक्र है जिसे खुफिया आधा ही डीकोड कर पाई थी। अब मुंबई ब्लास्ट्स के बाद कहा जा रहा है कि मेसेज पूरा डीकोड कर लिया गया है। दिलचस्प बात है कि अब खुफिया को मेसेज में मुंबई लिखा दिखने लगा है। खास बात यह बताई जा रही है कि यह मैसेज 4 मई को किदवई नगर में मिले बम के बाद 7 मई को खुफिया ने ट्रेक किया था। मैसेज में मुंबई ब्लास्ट के बारे में जानकारी थी मगर इसको वह आधा ही डीकोड कर पाई थी।
क्या हुआ शुक्रवार रात को
सूत्रों के मुताबिक फ्राइडे नाइट को एटीएस की टीम टवेरा गाड़ी से नई सडक़ पहुंची। मूलगंज चौराहे से कुछ मीटर पहले टीम के छह-सात लोग एक मकान में घुसे। कुछ ही देर में चादर से ढका हुआ एक आदमी लेकर वे बाहर आ गए। उसे ले जाने से पहले एरिया के एक पहलवान के बेटे ने टीम को रोकना भी चाहा मगर धक्कामुक्की के बीच एटीएस उसे ले ही गई। जिसे एटीएस ने उठाया है उसका नाम आदिल बताया गया है। कहते हैं कि वो गुजरात से आया था। सूत्र कहते हैं कि पिछले दस दिनों में कई बार आदिल की ढूंढ पड़ी। पास ही के एक हाते में रहने वाले गैंगस्टर के साथ उसका उठना-बैठना बताया जा रहा है। वो गैंगस्टर आजकल अहमदाबाद में है.
कौन हैं वो दोनों?
आदिल के अलावा जिन दो लोगों की तलाश की जा रही, उनमें से एक कुकर ब्लास्ट केस में नामजद रह चुका है। दूसरा अउसी का भाई है। ये दोनों कंप्यूटर कोर्स के दौरान आईएम के रियाज भटकल के टच में आए थे। सैटरडे देर शाम यह इन्फॉरमेशन भी मिली है कि शायद ये दोनों एटीएस के हाथ लग
गए हैं.
किदवईनगर का bomb
आपको याद होगा चार मई को किदवई नगर चौराहे पर एक टेम्पो में टिफिन के अंदर छिपाकर रखा गया एक बॉम्ब मिला था। खुफिया में चर्चा है कि इस घटना के बाद सात मई को एक आतंकी संगठन ने ईमेल से कोडेड मेसेज भेजा था। ये मेसेज खुफिया के हाथ लग गया था। जब इस मैसेज को डीकोड किया गया तो खुफिया को जानकारी मिली थी कि देश के लगभग 14 शहर आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। मगर ये कौन से शहर हैं? इसका जवाब डीकोड नहीं किया जा सका। अब चर्चा है कि मेसेज में मुंबई ब्लास्ट्स का भी जिक्र था। जिसे धमाकों के बाद डीकोड कर लिया गया। अफसोस, हमेशा की तरह इस बार भी डीकोडिंग लेट हो गई.
पुलिस को कुछ नहीं पता!
डीआईजी राजेश कुमार राय से जब एटीएस की कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एटीएस अपना काम अपने तरीके से करती है। अपने ऑपरेशन के बारे में वह किसी से बात नहीं करती। हो सकता है कि कानपुर से कुछ लोग उठाए गए हों। ये जांच का एक पार्ट हो सकता है.