- तीन दिन में ही 33 कारोना संक्रमित शवों का दो शवदाह गृहों में किया गया अंतिम संस्कार

- सबसे ज्यादा भैरोघाट पहुंच रहे संक्रमितों के शव, दो से तीन घंटे का लग रहा है वक्त

KANPUR: सिटी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही कोरोना वायरस से मरने वाले संक्रमितों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इसका सीधा असर संक्रमितों के शवों के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर भी पड़ा है। कोविड प्रोटोकॉल के तहत इन शवों को विद्युत शवदाह गृह में ही जलाया जाता है। संक्रमितों की ज्यादा मौत होने से भैरोघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार के लिए लगने वाला वक्त बढ़ गया है। अब एक शव के लिए दो से तीन घंटे का वक्त लग रहा है। बीते 3 दिनों में ही भैरोघाट के इस विद्युत शवदाह गृह में 31 संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार हुआ है। जिनका एलएलआर अस्पताल की कोविड विंग में इलाज चल रहा था।

भैरोघाट पर बढ़ा लोड

शहर में दो घाटों पर विद्युत शवदाहगृह हैं। भैरोघाट पर विद्युत शवदाह गृह की दो मशीनें है। वहीं भगवतदास घाट पर भी एक मशीन है। बीते साल कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार इन दोनों घाटों पर होता था, लेकिन इस बार भगवतदास घाट पर स्थित मशीन दो हफ्ते से खराब पड़ी थी। हांलाकि मंडे को इसे सही कर लिया गया। जिसके बाद यहां दो शवों का अंतिम संस्कार भी हुआ। शहर में कोरोना संक्रमितों की मौतें बढ़ी हैं तो कोविड प्रोटोकॉल से शवों के अंतिम संस्कार का ज्यादा लोड भैरोघाट विद्युत शवदाह गृह पर पड़ा है।

80 शवों का दाह संस्कार

भैरोघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह में एक अप्रैल से क्ख् अप्रैल तक कुल 80 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार हुआ है। इसमें से फ्क् कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार तो बीते तीन दिनों में ही हुआ है। यहां कोविड प्रोटोकाल से अंतिम संस्कार के लिए ज्यादातर शव एलएलआर अस्पताल से ही आ रहे हैं। लोड बढ़ने की वजह से यहां अंतिम संस्कार की टाइमिंग अब सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कर दी गई हैं। हैलट से दिन भर में दो से तीन बार शव वाहन में संक्रमितों के शव सील होकर आते हैं। एक शव को मशीन में जलाने में सवा घंटा का वक्त लगता है। ऐसे में में जब ज्यादा शव आते हैं तो उन्हें जलाने में वक्त भी ज्यादा लगता है।

नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण

मंडे को नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने भैरोघाट और भगवतदास विद्युत शवदाह गृहों का निरीक्षण किया। वहां बीते दिन दिनों में फ्क् कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं भगवतदास घाट में लगी एक मशीन भी मंडे को ठीक हो गई। जिसके बाद वहां पर ख् कोरोना संक्रमितों के अंतिम संस्कार किए गए। नगर आयुक्त ने मार्ग प्रकाश विभाग के चीफ इंजीनियर आरके पाल को वहां काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही घाटों पर साफ सफाई पर ध्यान देने के लिए कहा।

ब्0- लोगों का अंतिम संस्कार भैरोघाट पर संडे को हुआ

ख्9- लोगों का अंतिम संस्कार भैरोघाट पर मंडे को हुआ

फ्क्- संक्रमितों का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह में फ् दिनों में हुआ

फ्- मशीनें विद्युत शवदाह के लिए दो घाटों में लगीं

Posted By: Inextlive